बीकानेर जिला उद्योग संघ के प्रतिनिधिमंडल ने डॉ नीरज के पवन का संभागीय आयुक्त पदभार ग्रहण करने पर शुभकामनाएं देते हुए बीकानेर के सर्वांगीण विकास के मुद्दों पर चर्चा की | अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि वर्तमान में बीकानेर के पापड़, भुजिया, रसगुल्ला एवं कृषि आधारित, लकड़ी शिल्प एवं फर्नीचर तथा ऊनी कारपेट अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात है | राजस्थान का बीकानेर जिला एशिया की सबसे बड़ी ऊन मंडी के नाम से भी विख्यात है वर्तमान व्यवस्थाओं को देखते हुए बीकानेर से कोलकात्ता, गुवाहटी, बेंगलूरू व मुंबई जैसे महानगरों के लिए हवाई सेवाओं की नितांत आवश्यकता महसूस की जा रही है पूरे बीकानेर संभाग के औद्योगिक व व्यापारिक विकास को देखते हुए कोटा की तर्ज पर बीकानेर को भी वर्तमान एयरपोर्ट से सटती 58.18 हेक्टेयर भूमि निशुल्क उपलब्ध करवाने की अनुशंसा की जाए ताकि बीकानेर की भी महानगरों से कनेक्टिविटी सुलभ हो सके | साथ ही बीकानेर से लगभग 30 हजार कंटेनर का आयात निर्यात किया जाता है लेकिन यहाँ ड्राईपोर्ट ना होने की वजह से सारा माल दुसरे राज्यों में भेजना पड़ता है बीकानेर जिले में रेल्वे द्वारा इन्लेंड कंटेनर डिपो स्थापित हो जाने से बीकानेर जिला देश के मानचित्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखेगा | साथ ही बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में श्रीमती सी एम मूंधड़ा मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट मुंबई के भामाशाह कन्हैयालाल मूंधड़ा द्वारा 450 बैड की मेडिसिन विंग का निर्माण करवाया जा रहा है जिसमें भी ट्रस्ट को अस्पताल बनाने में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिस पर आयुक्त नीरज के पवन ने जल्द ही मीटिंग बुलाकर सभी समस्याओं के निस्तारण करवाने का आश्वासन दिया | इस अवसर पर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए.एच. गौरी, मांगीलाल सुथार एवं मनीष तापड़िया आदि उपस्थित हुए |