जयपुर। प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉ. एस एन सुब्बाराव राव का बुधवार सुबह निधन हो गया। डॉ. सुब्बाराव पिछले कुछ दिनों से जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती थे। हाल ही में उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अस्पताल पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। सुब्बाराव का अंतिम संस्कार मध्यप्रदेश के जोहरा आश्रम में होगा।

इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को राजस्थान विश्वविद्यालय के पास स्थित विनोबा ज्ञान मंदिर में अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा। युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत माने जाने वाले गांधीवादी विचारक मूलत: कर्नाटक के रहने वाले थे। सीएम अशोक गहलोत ने एसएन सुब्बाराव के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि भाईजी डॉ एसएन सुब्बाराव के निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से बेहद आघात पहुंचा है। 70 वर्षों से अधिक समय से देश के युवाओं से जुड़कर, लगातार अपने शिविरों के माध्यम से उन्हें प्रेरणा देने वाले देश की पूंजी गांधीवादी विचारक और प्रेरक का देहांत एक अपूरणीय क्षति है।

भाईजी ने जीवनपर्यन्त युवाओं को जागरूक करने की मुहिम चलाई। विदेशों में भी वहां पर नई पीढ़ी को देश के बारे में बताया, यहां के संस्कार, संस्कृति, अनेकता में एकता का सन्देश उन तक पहुंचाने का कार्य किया। उनके शिविरों में आकर मुझे बेहद सुकून महसूस होता रहा। उनके प्रेरणागीत और विचार प्रेरणादायी सन्देश देते रहेंगे। हम सौभाग्यशाली हैं कि राजस्थान में उनका सानिध्य हमको मिलता रहा। ईश्वर से प्रार्थना है उनके सहयोगियों एवं फॉलोवर्स को इस बेहद कठिन समय में सम्बल प्रदान करें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार और चार दिन पूर्व भी सुब्बाराव से मिलने अस्पताल गए थे। श्रमदान के लिए मशहूर गांधीवादी नेता का राजस्थान से खासा लगाव था। सुब्बाराव गहलोत के कहने पर ही उपचार के लिए राजस्थान आए थे। तभी से वह यहां रह रहे थे। युवाओं के प्रेरणा स्रोत माने जाने वाले गांधीवादी विचारक मूलत: कर्नाटक के रहने वाले थे। वह चम्बल घाटी शांतिमिशन के संस्थापक थे तथा उन्होंने कई कुख्यात डाकुओं का आत्मसमर्पण कराया था।