नई सरकार बनने से पहले एक्शन में आए प्रशासनिक अधिकारी
अशोक गहलोत के होमटाउन जोधपुर में सामने आया मामला
देवेन्द्र वाणी न्यूज, बीकानेर। प्रदेश में नई सरकार के गठन से पहले ही सरकारी अधिकारी एक्शन में आ गए हैं। पिछली सरकार में यही अधिकारी जिन चीजों पर हाथ देने से भी घबराते थे, अब उन्हें सीधे तौर पर अल्टीमेटम दे रहे हैं। ताजा मामला कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के होमटाउन जोधपुर से सामने आया है। जहां के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। स्टेडियम पर 80 लाख रुपए से ज्यादा बिजली बिल बकाया। जानकारी के मुताबिक बरकतुल्लाह खान स्टेडियम कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के अधीन आता है। वैभव गहलोत राजस्थान क्रिकेट एसोसिशन के अध्यक्ष हैं। ऐसे में पिछली सरकार में सरकारी विभाग के अधिकारी इसपर हाथ डालने से भी हिचकते थे, लेकिन अब सत्ता बदलते ही सीधे कार्रवाई कर रहे हैं। दरअसल, प्रदेश में नई सरकार का गठन होना बाकी है और मंत्रिमंडल का विस्तार होना भी बाकी है लेकिन सरकार के मुखिया का नाम सामने आने के साथ ही सरकारी विभाग भी हरकत में आने लगे हैं और सरकार बदलते ही पिछली सरकार के दौरान बकाया रिकवरी की शुरुआत भी कर दी।कई सरकारी विभागों पर बिजली का बिल बकायादरअसल, सरकारी विभागों में डिस्कॉम के करोड़ों रुपए बकाया चल रहे हैं और उसकी वसूली के लिए डिस्कॉम ने अपने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिये है कि तुरंत वह अपने-अपने क्षेत्र के बकाया लोगों से वसूली शुरू करें। जिससे डिस्कॉम को घाटे से उबारा जा सके। डिस्कॉम एमडी द्वारा दिए गए निर्देश के बाद में तमाम अधिकारी हरकत में आ गये हैं और अब वसूली अभियान शुरू किया है।डिस्कॉम के एमडी द्वारा दिए गए निर्देश के बाद डिस्कॉम के अधिकारियों ने आरसीए के अधीन आने वाले बरकतुल्लाह खान स्टेडियम का कनेक्शन काट दिया है। जोधपुर विकास प्राधिकरण के अधीन आता है लेकिन जोधपुर प्राधिकरण विकास ने अपनी जिम्मेदारी झाड़ते हुए आरसीए के ऊपर डाल दी है।जानकारी के अनुसार पिछली सरकार के दौरान बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में आयोजित टूर्नामेंट के बाद में बकाया विद्युत राशि जमा नहीं करवाई गई थी। डिस्कॉम के अधिकारी बताते हैं कि करीब 80 लाख रुपए से ज्यादा की राशि बकाया चल रही है और इससे पहले उन्हें सूचित भी किया गया था लेकिन बकाया विद्युत राशि जमा नहीं होने के कारण से बरकतुल्लाह खान स्टेडियम का विद्युत कनेक्शन काटा गया है।गौरतलब है कि अन्य कई सरकारी विभाग और प्राइवेट संस्थान हैं, वहां पर भी डिस्कॉम के लाखों रुपए बकाया है लेकिन उन पर अभी कार्यवाही कहीं नजर नहीं आई है।