कोलकाता/ विशेष संवाददाता । कोलकाता नगर निगम (केएमसी) चुनाव में भी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस जबर्दस्त जीत की तरफ आगे बढ़ रही है। हालांकि तृणमूल की आंधी में भी वार्ड नंबर 22 से भाजपा प्रत्याशी मीना देवी पुरोहित एक बार फिर अपनी सीट बचाने में कामयाब रही हैं। इस वार्ड से उन्होंने लगातार छठी बार जीत दर्ज की है। इस सीट पर चुनाव नतीजे की घोषणा की जा चुकी है। इसके अनुसार, उन्होंने 1,760 वोटों के बड़े अंतर से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रत्याशी को हराया है।
वहीं, इस जीत पर कोलकाता नगर निगम की पूर्व उपमेयर रह चुकीं मीना देवी पुरोहित ने जनता का आभार जताया है। उन्होंने कहा, मैं छठी बार पार्षद चुने जाने पर खुश हूं। यह जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं की जीत है। जनता के लिए काम करने वाले अंततः जीतेंगे। उन्होंने तृणमूल पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरा दिन वोट लूटने और हिंसा के बावजूद भी जनता ने उनके वार्ड में सत्तारूढ़ दल को करारा जवाब दिया है।
दूसरी ओर, वार्ड 23 से भाजपा प्रत्याशी व प्रदेश भाजपा के नेता विजय ओझा भी अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। उन्होंने इस सीट से लगातार तीसरी बार जीत कर पार्षद चुने गए हैं। ओझा ने यहां से 3,011 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। इसके अलावा वार्ड 45 से कांग्रेस के प्रत्याशी संतोष पाठक भी अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष व कोलकाता के प्रमुख हिंदीभाषी चेहरे पाठक ने 1,956 वोटों के बड़े अंतर से शानदार जीत दर्ज की है।
विधानसभा चुनाव के बाद कोलकाता नगर निगम चुनाव में भी तृणमूल कांग्रेस जबरदस्त जीत की ओर आगे बढ़ रही है। कुल 144 वार्डो में से तृणमूल कांग्रेस 135 सीटों पर इस समय आगे है। बता दें कि इससे पहले 19 दिसंबर को हुए मतदान के दिन भाजपा प्रत्याशी मीना देवी पुरोहित ने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर उनके साथ मारपीट करने और कपड़े तक फाड़ने के आरोप लगाए थे।
उन्होंने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने शानदार जीत दर्ज की है। गौरतलब है कि मीना देवी पुरोहित को भाजपा ने इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में भी कोलकाता के जोड़ासांको सीट से उम्मीदवार बनाया था। हालांकि उन्हें तृणमूल कांग्रेस के विवेक गुप्ता से हार का सामना करना पड़ा था।