सपने को को चूर चूर किया: सेना में भर्ती के लिए दौड़ते 18 साल के युवक को अज्ञात वाहन ने रौंदा

महेन्द्र सिंह को इंटरमीडिएट की परीक्षा में 73 प्रतिशत अंक मिले थे। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar
महेन्द्र सिंह को इंटरमीडिएट की परीक्षा में 73 प्रतिशत अंक मिले थे।
(फाइल फोटो)
अलवर,

जिले के थानागाजी के भीकमपुरा गांव में सेना भर्ती में भाग लेने से पहले दौड़ का अभ्यास कर रहे एक 18 साल के युवक महेन्द्र सिंह को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। इससे उसकी मौत हो गई। अलवर में 20 अप्रैल से सेना भर्ती है। युवक उसी भर्ती में भाग लेने के लिए अन्य साथियों के साथ रोड पर ही दौड़ लगा रहा था। पीछे से आते एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा 73 प्रतिशत नंबरों के साथ पास की थी।

सुबह करीब पांच बजे की घटना
गुरुवार सुबह करीब 5 बजे की घटना है। महेन्द्र सिंह अपने एक दूसरे साथी दीपक के साथ रोड पर ही दौड़ लगा रहा था। खटीक का तिबारे के पास एक वाहन ने महेन्द्र को कुचल दिया। इसे तुरंत किशोरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गए। वहां से तुरंत थानागाजी सीएचसी लेकर आए। यहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मजदूरी करने वाले का बेटा

महेन्द्र के पिता बलवीर मजदूरी करते हैं। परिवार गरीब है। बलवीर को अपने बेटे महेन्द्र से बड़ी उम्मीद थी। परिवार के लोगों को लग रहा था कि महेन्द्र सेना में नौकरी लग जाएगा। इसके बाद परिवार की गरीबी दूर हो सकेगी। लेकिन, गुरुवार सुबह की घटना ने परिवार के सपनों को उजाड़ दिया।

गांव में मातम
इस घटना के बाद पूरे गांव में शोक छा गया। भीकमपुरा में लोगों ने दुकानें बंद रखी। घटना के प्रति लोगों में गुस्सा भी है। यहां के लोगों का कहना है कि युवाओं की मजबूरी है रोड पर दौड़ का अभ्यास करना। इसके अलावा कोई ग्राउंड नहीं है। जहां अभ्यास कर सकें। दौड़ का अभ्यास करने वाले युवा भी मायूस हैं। अपने साथी के जाने का बड़ा दुख है।

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