बीकानेर। बीते शुक्रवार भट्ठड़ों के चौक मे रहने वाले महादेव थानवी  की 18 वर्षीय पुत्री (मानसिक रोग से ग्रसित) शुक्रवार शाम करीब 6 बजे से अपने घर से निकल कर मुरलीधर रोड़ वाया करमीसर चौराहे होते हुए सुजानदेसर स्थित रामदेव मंदीर तक पहूंच गई, इस दौरान परिवार के लोग 3 घण्टों तक बच्ची को अनेक जगह ढूंढ रहे थे। रामदेव मंदीर के पुजारी झंवर लाल कच्छावा ने बताया कि शहर के दो जागरूक युवा किशन गहलोत व रामलाल नायक को बच्ची के गुम होने का अंदेशा होते हुए मुरलीधर रोड़ से पीछा करना शुरू किया और रास्ते भर नजर बनाए रखी की बच्ची के साथ कोई अनहोनी न हो जाए। 2 घण्टे पश्चात बच्ची जब सुजानदेसर स्थित रामेदव मंदीर पहूंची तब जागरूक युवाओं ने मुझे सारी जानकारी दी।
पूजारी झंवर लाल के परिवार की महिलाओं ने युवती की सार संभाल की और पूछताछ करने पर युवती का घर भट्ठडो के चौक में थानवी परिवार में होने कापता चला इसके पश्चात वहां मौजूद मुकेश कच्छावा ने रोज दर्शन करने आने वाले एक भक्त एडवोकेट सुनील थानवी से संपर्क किया, सुनील थानवी ने अपने मित्र विनय बिस्सा से  चर्चा की तो उन्हें पत्रकार विनय थानवी का मोबाइल नम्बर प्राप्त हुआ। थानवी ने सामाजिक कार्यकर्ता वासूदेव थानवी को साथ लेकर तुरंत भट्ठड़ों के चौक स्थित महादेव थानवी के घर पहूंचे और युवती के सकुशल होने की सूचना दी, फिर महादेव थानवी (युवती के पिता) के साथ सुजानदेसर स्थित रामदेव मंदीर पहूंचकर युवती को पूजारी परिवार से सकुशल प्राप्त किया। इस नेक कार्य के लिए महादेव थानवी परिवार, पत्रकार विनय थानवी सहित सामाजिक कार्यकर्ता वासुदेव थानवी ने  ने माली समाज व नायक समाज के सजग युवाओं सहित बाबा रामदेव मंदीर के पूजारी परिवार का  हार्दिक  आभार प्रकट किया एवं अभिनंदन किया। जर्नलिस्ट विनय थानवी ने कहा कि पूजारी और युवाओं की सजगता सर्वसमाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेगी, धार्मिक नगरी बीकानेर को छोटी काशी के रूप में पहचान आप जैसे जागरूक नागरिकों की वजह से कायम रहती है।