बीकानेर। प्रदेश के जयपुर, जोधपुर व उदयपुर के बाद अब एसपी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी से इलाज शुरू कर दिया है। अस्पताल मेडिसिन और ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। एंटीबॉडी किट व रेमडेसिविर दवा अस्पताल पहुंच गई है। बुधवार को एक डोनर ने प्लाज्मा डोनेट किया है। यह प्लाज्मा एक मरीज को चढ़ाया जाएगा। एक मरीज का प्लाज्मा दो मरीजों को लगाया जा सकेगा।

एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. शैतानसिंह राठौड़ ने बताया कि एक व्यक्ति का प्लाज्मा लिया गया है। दो डोनर और प्लाज्मा देने के लिए तैयार है। अब प्लाज्मा का ब्लड बैंक में स्टोरेज किया जा रहा है ताकि जरूरत पडऩे पर गंभीर रोगियों को चढ़ाया जा सके। प्लाज्मा थैरेपी, टोसिलिजूमैब व रेमडेसिविर दवा का उपयोग मेडिसिन विभाग के तीन वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में किया जा रहा है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभागाध्यक्ष डॉ. देवराज आर्य ने बताया कि ३२ वर्षीय व्यक्ति का प्लाज्मा लिया गया है। उन्होंने लोगों से प्लाज्मा देने के लिए पीबीएम अस्पताल के ब्लड बैंक में संपर्क करने की अपील की है। कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य एवं मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. एलगौरी, वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. पीके गुप्ता, नोडल प्रभारी डॉ. सुरेन्द्र कुमार वर्मा एवं ब्लड ट्रांसफ्यूजन के विभागध्यक्ष डॉ. देवराज आर्य की मॉनिटरिंग में गुरुवार को एक मरीज को प्लाज्मा थैरेपी दी जाएगी। डॉ. गौरी ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी के लिए कोरोना पीडि़त एक गंभीर मरीज का चयन किया गया है, उसकी सभी जरूरी जांचें की गई है। जांचें सही आने पर उसे प्लाज्मा चढ़ाया जाएगा।

डॉ. गौरी ने बताया कि प्लाज्मा ऐसे व्यक्ति का लिया जो कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हो गया है। नेगेटिव होने के २८ दिन बाद प्लाज्मा ले सकते हैं। प्लाज्मा देने वाले व्यक्ति की उम्र २५ से ४५ वर्ष होनी चाहिए। प्लाज्मा देने वाले का एंटीबॉडी टाइटर टेस्ट करते हैं। एंटीबॉडी टाइटर पॉजिटिव हो उसका ही लिया जा सकेगा। डोनर में एंटीबॉडी टाइटर होने पर ही वह कारगर है।

दो मरीजों को टोसिलिजूमैब दवा शुरू

डॉ. गौरी ने बताया कि दो और मरीजों को टोसिलिजूमैद इंजेक्शन दिया जाने लगा है। एक मरीज की प्लाज्मा थैरेपी पूरी होने के बाद इन दो मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी दी जाएगी। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। प्लाज्मा ब्लड बैंक में संग्रहित किया गया है।

डोनर का किया सम्मान

पीबीएम में पहले प्लाज्मा डोनर का कॉलेज प्राचार्य डॉ. राठौड़, पीबीएम अधीक्षक डॉ. मोहम्मद सलीम सहित वरिष्ठ चिकित्सकों ने प्रतीक चिन्ह व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।

प्लाज्मा डोनेट करने की अपील

 बुधवार को जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि कोरोना के गंभीर रोगियों का इलाज अब प्लाज्मा थैरेपी से किया जाएगा। प्लाज्मा थैरेपी के लिए कोरोना नेगेटिव को चुके लोगों का प्लाज्मा इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक किट मंगवा ली गई है। जिला कलक्टर ने कहा कि प्लाज्मा डोनेट करने के लिए कोरोना संंक्रमण से ठीक हुआ कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसे ठीक हुए 28 दिन से अधिक हो चुके हो चुके हो, पीबीएम अस्पताल के ब्लड बैंक आकर प्लाज्मा को डोनेट कर सकता है। जिला कलक्टर ने बैठक के दौरान जिले में कोरोना संंक्रमण की स्थिति और व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए कहा कि सैम्पलिंग कलेक्शन नियमित रखें आौर कॉन्टेक्ट ट्रैसिंग की जांच को प्राथमिकता के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्रों से भी रेंडम सैम्पल कलेक्शन बढ़ाएं। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन एएच गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर सुनीता चौधरी, बीकानेर उपखंड अधिकारी रिया केजरीवाल, प्रशिक्षु आईएएस कनिष्क कटारिया, यूआईटी सचिव मेघराज सिंह मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीना, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल डॉ मोहम्मद सलीम, सीएमएचओ डॉ. बीएल मीना आदि उपस्थित थे।