बीकानेर खुद के बच्चे को बीमार बताकर अगर आपको कोई बीस हजार का नया मोबाइल दस हजार में बेच रहा है। जरा संभल जायें। हो सकता है कि बेचने वाला आपको नकली मोबाइल देकर जा रहा है। बीकानेर में ऐसा गिरोह इन दिनों सक्रिय है और कई लोगों को उल्लू बनाकर ठगी कर चुका है। हालांकि एक युवक की जागरुकता के चलते मध्यप्रदेश के इन तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गंगाशहर थाना प्रभारी राणीदान ने बताया कि तीन युवक इन दिनों शहर में जगह-जगह अपने मोबाइल बेच रहे थे। ये किसी दुकान पर जाकर बताते कि उनके बच्चे की तबीयत खराब है और उन्हें ये मोबाइल बेचना है। मोबाइल चोरी का नहीं होने का प्रमाण देने के लिए बकायदा एक बिल भी दिखाते हैं। इस फर्जी बिल को देखकर कुछ लोगों ने बीस हजार का मोबाइल आठ से दस हजार रुपए में खरीद लिया। ठग मोबाइल देकर रुपए लिए और रफूचक्कर हो गए। खरीदने वाला उसमें सिम डालने की कोशिश ही करता रहा। खोलकर देखा तो पता चला कि मोबाइल नकली है। उसमें सिम चलती ही नहीं है।
गंगाशहर के एक युवक ने इस आशय की शिकायत थानाधिकारी राणीदान से करते हुए कुछ सबूत दिए। इन युवकों की तलाश शुरू की गई। मोबाइल बेचने वाले मध्यप्रदेश के संतोष चौहान, लखन व अनिल मोहन थे। इन तीनों को तलाश किया गया तो पता चला कि बीकानेर में ही घूम रहे हैं। डीएसटी टीम ने इस मामले को हाथों हाथ लेते हुए कार्रवाई की। रविवार को इन युवकों को पकड़ लिया गया। इसमें डीएसटी टीम के प्रभारी सुभाष बिजारणियां व दीपक यादव की विशेष भूमिका रही। गंगाशहर के अलावा भी इन लोगों ने कई लोगों के साथ ठगी की है। पूछताछ में कई खुलासे होने की उम्मीद की जा रही है।