बीकानेर। जिला स्तरीय जनसुनवाई गुरुवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित की गई। जनसुनवाई में जिला कलक्टर ने 70 से अधिक प्रकरण सुन कर और अधिकारियों को गुणवत्ता के साथ समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए।
राज्य सरकार द्वारा लागू की गई त्रि-स्तरीय जनसुनवाई व्यवस्था की समुचित मॉनिटरिंग के लिए प्रमुख शासन एवं जिला प्रभारी सचिव आलोक गुप्ता भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनसुनवाई से जुड़े। इस अवसर पर प्रभारी सचिव ने कहा कि आमजन की परिवेदनाओं के समयबद्ध और गुणवत्ता परक निस्तारण के लिए यह व्यवस्था लागू की गई है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि कई प्रकरणों में यह देखने में आया है कि अधिकारी निस्तारण प्रकिया ही प्रारम्भ नहीं करते। आम आदमी बड़ी उम्मीद से सरकारी कार्यालयों तक पहुंचते हैं, ऐसे में समस्याओं को दूर करना अधिकारियों का दायित्व है।
इस अवसर पर संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि अधिकारी पूरी सूचना के साथ जनसुनवाई में आएं। परिवेदना निस्तारण में टालमटोल का रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारी प्रत्येक प्रकरण का गंभीरता से जवाब दें।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि ग्राम पंचायत और उपखंड मुख्यालय पर जनसुनवाई में आई परिवेदनाएं 15 दिन में आवश्यक रूप से निस्तारित की जाएं। छोटे छोटे दस्तावेज के लिए परिवादी को समय पर सूचित किया जाए। अनावश्यक रूप से प्रार्थी को भटकने से बचाएं और संवेदनशीलता रखते हुए त्वरित कार्रवाई की जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के मामलों का प्राथमिकता से निस्तारण करते हुए परिवादी को राहत प्रदान करें। उन्होंने कहा कि निगम को प्राप्त अतिक्रमण के सभी प्रकरण एक माह में निस्तारित हो जाएं। त्वरित निस्तारण के लिए सात- सात दिन के नोटिस दिए जाएं। उन्होंने कहा कि निगम और यूआईटी बारिश से पूर्व अपने-अपने क्षेत्रों के समस्त नाले खुलवाने की कार्रवाई सुनिश्चित कर लें, जिससे पानी की निकासी सुगमतापूर्वक हो सके।
जिला कलेक्टर ने कहा कि पूगल से आए एक प्रकरण में सीमाज्ञान की कार्यवाही कर अगली बैठक से पूर्व प्रकरण का निस्तारण किया जाए। उन्होंने नोखा में श्मशान भूमि पर अतिक्रमण प्रकरण में अतिक्रमण हटवाने की प्रभावी कार्रवाई कर अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। खाता विभाजन के एक प्रकरण के एक माह से लंबित रहने पर जिला कलक्टर ने बीकानेर पंचायत समिति के तहसीलदार को तुरंत जाकर पहले प्रकरण का निस्तारण के निर्देश दिए।
वीसी से जुड़े उपखंड स्तरीय अधिकारी
जनसुनवाई के दौरान जिले के सभी ब्लॉक से अधिकारी वीसी के जरिए जुड़े। जिला कलक्टर ने संबंधित परिवाद में उपखंड पर उपस्थित अधिकारियों से वस्तुस्थिति की रिपोर्ट लेकर जरूरी कार्यवाही करने को कहा।
गलत रिपोर्ट तो होगी सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही
जिला कलक्टर ने लूणकरणसर से प्राप्त एक प्रकरण को सुनते हुए कहा कि प्रकरणों के निस्तारण में यदि गलत रिपोर्ट प्रस्तुत पाई गई तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बीडीओ लूणकरणसर को मौके पर जाकर परिवादी की उपस्थिति में सीमांज्ञान करवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने की जनसुनवाई की सराहना
जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी लूणकरणसर से जनसुनवाई से जुड़े । उन्होंने इस व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि इस व्यवस्था से आम आदमी की समस्याओं को दूर करने में निश्चित रूप से प्रभावी मदद मिलेगी। इस कार्य का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार जोर देते हुए राठौड़ ने कहा कि तकनीकी का उपयोग कर आमजन की समस्याओं को हल करने की इस व्यवस्था का समुचित मॉनिटरिंग सिस्टम भी सराहनीय है ।
सतर्कता समिति की बैठक आयोजित
इससे पूर्व जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक आयोजित की गई। समिति में दर्ज प्रकरणों की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि अगली बैठक से पूर्व समस्त प्रकरण निस्तारित किए जाना सुनिश्चित करें। जनसुनवाई में सम्पर्क पोर्टल पर निस्तारित प्रकरणों की गुणवत्ता की जांच के लिए परिवादियों से भी बात की गई।
जनसुनवाई में जिला प्रमुख मोडाराम,  जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश, सतर्कता समिति सदस्य सुषमा बारुपाल सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।