बीकानेर, 18 नवंबर। पीबीएम अस्पताल में डेंगू ने इस बार चार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अब तक 1225 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, और पांच मरीजों की मौत हो चुकी है। रविवार को 17 नए मरीज भर्ती किए गए, जिनमें थ्रोम्बोसाइटोपेनिया वायरल से पीड़ित मरीजों का डेंगू पॉजिटिव पाया गया।

पॉजिटिव केसों में गिरावट की उम्मीद
दिवाली के बाद डेंगू के मामलों में थोड़ी गिरावट देखी गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों की शुरुआत से मच्छरों की सक्रियता में कमी आएगी, जिससे डेंगू के मामलों में राहत मिलेगी। हालांकि, सितंबर और अक्टूबर में एक ही दिन में 20 से 46 केस रिपोर्ट हो चुके थे।

मरीजों के लिए व्यवस्था चुनौतीपूर्ण
एमसीएच बिल्डिंग में डेंगू रोगियों के लिए बनाए गए वार्ड के 50 बेड पूरी तरह से भरे हुए हैं। सामान्य वायरल बुखार के रोगियों को सीजनल डिजीज वार्ड में रखा जा रहा है, और डेंगू पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें एमसीएच में स्थानांतरित किया जा रहा है।

डेंगू से इस बार दिल संबंधी समस्याएं, दौरे, बेहोशी, और दिमागी बुखार के केस भी सामने आए हैं, जो चिंताजनक है।

बीकानेर की स्थिति राज्य में गंभीर
बीकानेर डेंगू मामलों में राजस्थान में तीसरे स्थान पर है। जयपुर और उदयपुर पहले और दूसरे स्थान पर हैं। सीएमएचओ डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि विभाग की सक्रियता के चलते जिले में केस नियंत्रण में हैं।

चार साल का रिकॉर्ड
पीबीएम अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में डेंगू के 1225 पॉजिटिव केस दर्ज हुए हैं, जो पिछले चार वर्षों में सबसे अधिक हैं। 2021 में 1152 केस, 2022 में 783 केस, और 2020 में केवल 104 केस रिपोर्ट हुए थे।

विशेषज्ञों की अपील
एचओडी मेडिसिन विभाग के डॉ. सुरेंद्र कुमार वर्मा का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से सुरक्षा बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे सफाई का ध्यान रखें और मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करें।

डेंगू का बढ़ता प्रकोप स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती है, लेकिन ठंड बढ़ने के साथ राहत की उम्मीद की जा रही है।