दिल्ली । दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में रविवार की शाम को भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके बाद लोगों में दहशत का माहौल था और कोरोना वायरस के चलते संपूर्ण लॉकडाउन के बीच भारी संख्या में अपने घरों में रह रहे लोग बाहर निकलते हुए देखे गए। भूकंप के झटके दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में महसूस किए गए।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, भूकंप का केन्द्र पूर्वी दिल्ली था और इसके रिएक्टेर स्केल की तीव्रता 3.5 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र दिल्ली में था और इसका केंद्र आठ किलोमीटर की गहराई में था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप के झटके शाम में 5.45 बजे महसूस किए गए। हालांकि, 6 रिएक्टर स्केल के ऊपर तीव्रता होती है तो वह ज्यादा खतरनाक माना जाता है। ऐसे में कहीं से कोई जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप के तुरंत बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए। उम्मीद है कि सभी सुरक्षित होंगे। मैं आप सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।
भूकंप के झटके जब महसूस हो तो कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए, जैसे इस दौरान लिफ्ट का प्रयोग न करें, अगर खाली मैदान मिले तो वहां पर जाएं। लेकिन, कोरोना संक्रमण के चलते इस समय अपने चेहरों को ढ़ककर रखे, खासकर बच्चे और बुजुर्ग इसका जरूर पालन करें।
रिक्टर स्केल पर आमतौर पर 5 तक की तीव्रता वाले भूकंप खतरनाक नहीं होते हैं। लेकिन यह क्षेत्र की संरचना पर निर्भर करता है। यदि भूकंप का केंद्र नदी का तट पर हो और वहां भूकंपरोधी तकनीक के बगैर ऊंची इमारतें बनी हों तो 5 की तीव्रता वाला भूकंप भी खतरनाक हो सकता है। 8.5 वाला भूकंप 7.5 वाले भूकंप से करीब 30 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है।