जयपुर। राजस्थान में कोरोना की दूसरी लहर में बहुत घातक साबित हो रही है। इस साल अप्रैल में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप शुरू हुआ और तब से संक्रमित केसों बढ़ने के साथ-साथ मौत भी तेजी से हो रही है। मार्च 2020 से अप्रैल 2021 तक राज्य में कोरोना से 4239 लोगों की जान चली गई, लेकिन मई शुरूआती 17 दिन में ही 2695 की मौत हो गई। मई में जितनी मौत हुई है, वह अप्रैल तक हुई कुल मौतों का 64 फीसदी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मौत के नजरिए से मई कितना खतरनाक है।
राज्य में मौत के मामले में स्थिति देखे तो जयपुर में सबसे ज्यादा 1578 लोग कोरोना से अब तक मर चुके है। इसमें 815 लोगों की मौत तो केवल मई के 17 दिन में ही हुई है, जबकि अप्रैल में 241 लोगों की जान गई थी। वहीं अप्रैल-मई में जैसलमेर में सबसे कम मौत हुई है, यहां दोनों माह में अब तक कुल 9 लोगों की कोरोना से मौत हुई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौत का ये सिलसिला अभी जारी रहेगा, क्योंकि वर्तमान में अभी भी कई मरीज अस्पतालों में गंभीर स्थिति में है। वहीं गांवों में भी अब संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है।
इन जिलों में अप्रैल-मई में हुई सबसे ज्यादा मौत
जिला | मार्च 2021 तक कुल | अप्रैल 2021 | 17 मई तक |
जयपुर | 522 | 241 | 815 |
जोधपुर | 308 | 290 | 354 |
उदयपुर | 130 | 156 | 248 |
बीकानेर | 167 | 70 | 157 |
कोटा | 169 | 111 | 98 |
6 जिलों में 100 से ज्यादा मौत
राज्य में मई के अंदर ही 33 में से 6 जिले ऐसे है, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इसमें जयपुर के अलावा जोधपुर में 354, उदयपुर में 243, बीकानेर 157, सीकर में 126 और अलवर में 103 लोगो की मौत हुई है। वहीं 7 जिले ऐसे है, जिसमें 50 से 100 के बीच मौत हुई है, इसमें कोटा, अजमेर, पाली, झालावाड़, बारां, भीलवाड़ा और भरतपुर शामिल है।
इन जिलों में हुई सबसे कम मौत
जिला | मार्च 2021 तक कुल | अप्रैल 2021 | 17 मई तक |
जैसलमेर | 25 | 1 | 8 |
धौलपुर | 29 | 3 | 8 |
बूंदी | 19 | 8 | 6 |
बारां | 36 | 8 | 6 |
प्रतापगढ़ | 24 | 7 | 9 |
वैक्सीनेशन भी हुआ प्रभावित
प्रदेश में आज ताऊ ते तूफान का प्रभाव केवल मौसम पर ही नहीं बल्कि वैक्सीनेशन पर भी पड़ा। प्रदेश के अधिकांश शहरों व गांवों में बारिश के कारण लोग वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंचे। पूरे प्रदेश में लगभग 1450 से ज्यादा साइट्स पर वैक्सीनेशन होना है। जयपुर जिले में लगभग 150 साइट्स पर वैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन बारिश के कारण लोग सुबह-सुबह साइट्स पर पहुंचे ही नहीं। हालांकि दोपहर एक बजे जब बारिश थमी तो लोग वैक्सीन लगवाने स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचे।