नापासर । दलितों के साथ हुए मारपीट के मामले में दलितों का साथ देने वाले नारायणदान बिट्टू पर रविवार को सींधल गांव जानलेवा हमला हुआ। जिस समय हमला हुआ उस समय नारायणदान ऊंटगाड़े पर अपने साथी हरीराम मेघवाल के साथ उसके घर जा रहा था। हमले में घायल नारायणदान ने पीबीएम के ट्रोमा सेंटर में अपने पर्चा बयान में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। उसने पुलिस को बताया कि रविवार को वह हरीराम के साथ ऊंटगाड़े पर जा रहा था। गांव से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर कच्चे रास्ते पर एक बिना नंबर की बोलेरो में गांव के रघुवीरसिंह चारण, ईशुदान चारण और 4 अन्य लोग बैठे थे। रघुवीरसिंह ने जान से मारने की नियत से धारधार हथियार से मेरे सिर पर वार किया ईशुदान और अन्य साथियों के हाथ में लोहे के सरिये और लाठियां थीं। सभी ने मेरे सिर पर हमला किया। जब हरीराम ने छुड़ाने का प्रयास किया तो उसे धमकाकर दूर भगा दिया। इस दौरान मारपीट की आवाज सुनकर नरेन्द्र देव व हरीराम आए तो आरोपी गाड़ी में बैठकर भाग गए,पुलिस ने जानलेवा हमले की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।