श्रीडूंगरगढ़ में दलित युवक की हत्या घर में ही चल रहे अवैध प्रेम प्रसंग के कारण हुई। मृतक का उसकी चाची के साथ अवैध संबंध था, जिसके चलते चाचा ने ढाणी पर बुलाकर भतीजे को जान से मार डाला। इस पूरे मामले से सकते में आई चाची ने आज सुबह ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। अवैध प्रेम संबंधों के चलते एक ही परिवार से सोमवार को दो अर्थियां उठेगी। कुशलाराम का अपनी चाची गौरादेवी के साथ लंबे अर्से से अवैध संबंध चल रहा था। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग का चाचा उदाराम मेघवाल को पता चल गया। उसने भतीजे कुशलाराम को अपने खेत की ढाणी पर बुलाया और उसकी हत्या कर दी। बाद में ऊंट गाड़े में शव डालकर भोजास गांव की सड़क पर फैंक दिया। घटना के बाद से परिजन आक्रोश जता रहे थे। इसमें उदाराम भी शामिल था। वो भी काफी सक्रिय होकर पुलिस के सामने विरोध दर्ज करा रहा था। यहीं से पुलिस को शक हुआ। श्रीडूंगरगढ़ सीओ दिनेश कुमार और सेरुणा थानाधिकारी रामचंद्र ढाका ने चाचा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरूआत में तो उदाराम ने कुछ नहीं बताया लेकिन जैसे ही सख्ती की गई, वो सब कुछ बोल गया। उसने बताया कि पत्नी का भतीजे के साथ अवैध संबंध था। जिसका बदला लेने के लिए हत्या कर दी। सेरुणा थानाधिकारी रामचंद्र ढाका ने सुबह से रात तक इस मामले की गहनता से छानबीन करके पूरे मामले का महज कुछ घंटों में ही पर्दाफाश कर दिया।
चाची ने भी दी जान
अपने जेठुते के साथ अवैध संबंध की कहानी सामने आने के बाद चाची गौरा देवी भी परेशान हो गई। सुबह साढ़े पांच बजे वो घर से निकली और ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। गौरा देवी का शव अब मोर्चरी में रखवाया गया है। सुबह करीब साढ़े पांच बजे बेनीसर व हेमासर के बीच रेल लाइन पर गौरादेवी कूदी थी। रेल चालक ने देखकर रेल को रोका भी लेकिन तब तक वो चपेट में आ गई थी। कुछ देर तड़फने के बाद दम तोड़ दिया।
अब मातम ही मातम
रिश्तों को तार तार करने वाले इस घटनाक्रम के बाद अब इस परिवार में मातम छाया हुआ है। घर के एक युवक, एक बहू की मौत हो गई जबकि एक वरिष्ठ सदस्य को जेल की हवा खानी पड़ रही है।