जयपुर। कोरोना कॉलर टयून सुन-सुन कर कान पक गए हैं। यह अब ध्वनि प्रदूषण बन गई है, इसलिए इसे अब बंद कराएं। यह मांग राजस्थान के कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने उठाई है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है।
राजस्थान के कोटा जिले के सांगोद विधानसभा क्षेत्र से विधायक भरत सिंह कुंदनपुर अपने पत्रों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं। वे कांग्रेस के वरिष्ठ विधायकों में गिने जाते हैं और कांग्रेस के पिछले कार्यकाल में केबिनेट मंत्री रह चुके हैं। वे कोटा जिले में भ्रष्टाचार की शिकायतों के मामले में सरकार के मंत्रियों तक को नहीं छोड़ते और मुख्यमंत्री को खुला पत्र लिखते हैं। कोरोना के दौरान भी उन्होंने सबसे पहले यह मांग उठाई थी कि इस समय में शराब की दुकानें बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है और ये दुकानें खोली जानी चाहिए। अब उन्होंने कोरोना कॉलर टयून को लेकर भी ऐसा ही एक पत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा है।
अपने पत्र में भरतसिंह ने लिखा है कि कोरोना कॉलर ट्यून से कान पक गए हैं। मोबाइल फोन पर 5 माह से लगातार बज रही कोरोना कॉलर ट्यून, अब संदेश के स्थान पर ध्वनि प्रदूषण बन गई है। भरतसिंह ने लिखा है कि कोरोना ऐसी बीमारी है, जिसका अंत नजर नहीं आ रहा है। यह वैश्विक महामारी है और इसके बारे में अब देश का बच्चा-बच्चा जानता है। देश की 135 करोड़ जनता इस बीमारी के बारे में अच्छी तरह जान चुकी है देश का गरीब मजदूर इसके बारे में ज्यादा जानता है क्योंकि वह ज्यादा परेशान रहा है, इसलिए इस बीमारी का प्रचार बहुत हो चुका।
अब समय आ गया है कि इस कॉलर टयून को बंद करें। अब यह आवाज संदेश के स्थान पर परेशानी पैदा कर रही है और ध्वनि प्रदूषण बन गई है। भरतसिंह ने यहां तक लिखा है कि आप चाहें तो मेरे सुझाव के बारे में तो देश की जनता के बीच सर्वे करवा सकते है। भरतसिंह ने लिखा है करीब डेढ माह पहले उन्होंने इस बारे में केन्द्रीय सूचना व प्रसारण मंत्र को भी पत्र लिखा था, लेकिन उन्होंने पत्र पर ध्यान नहीं दिया।