



देवेन्द्रवाणी न्यूज,बीकानेर।वार्डों के विकास कार्यों में यूआईटी प्रशासन द्वारा भेदभाव करने के विरोध में कांग्रेस के पार्षदों का यूआईटी कार्यालय में जारी धरना आज भी जारी रहा। धरने को समर्थन देने के लिये कांग्रेस प्रत्याशी रहे कन्हैयालाल झंवर सहित साथी पार्षद पहुंचे। और सचिव यशपाल आहूजा को बुलाकर वार्ता की। झंवर ने आरोप लगाया कि वार्डों के विकास कार्यों में भेदभाव कर यूआईटी प्रशासन द्वारा सरकार को बदनाम करने का काम किया जा रहा है। जबकि एक माह से पार्षद इसको लेकर यूआईटी को अवगत करवाते आ रहे है। पूर्व में दिए गये धरने के बाद सचिव की ओर से आश्वासन भी दिया गया। यूआईटी प्रशासन की इस हरकत से सरकार को बदनाम होना पड़ रहा है। इस प्रकार का भेदभाव किसी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। दरअसल, वार्ड नं.30 के पार्षद अब्दुल सत्तार, वार्ड नं.38 के सुनील गेदर व वार्ड नं. 15 के अब्दुल वहीद ने यूआईटी प्रशासन के खिलाफ यूआईटी सचिव कार्यालय के बाहर धरना लगाया है। इस दौरान पार्षद आनंद सिंह सोढ़ा,आजम अली सहित अनेक कांग्रेसी मौजूद रहे।
ऐसे कौन देगा कांग्रेस को वोट
उधर निर्दलीय पार्षद मनोज विश्नोई ने समझौता वार्ता के दौरान न्यास सचिव व अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सारे अधिकारी कामचोर है। बार बार निवेदन करने के बाद भी वे विकास कार्य नहीं कर रहे है। ऐसे में कौन कांग्रेस को वोट देगा। जो भी पूर्व विधानसभा से चुनाव लड़ेगा उसकी जमानत जब्त होगी। इतना ही नहीं विश्नोई ने कहा कि हम आत्मदाह करते है,पार्षद के व्यक्तिगत काम नहीं है। जनता के लिये हमें क्यों धरना देना पड़ रहा है। अधिकारी नेताओं के फोन तक नहीं उठाते। ऐसे में कांग्रेस की छवि खराब करने में अधिकारी लगे हुए है।