जयपुर। ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी तथा कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी.डी. कल्ला ने कहा कि सिक्के सभ्यता एवं संस्कृति के जीवंत प्रमाण होते हैं।समाज में इनके प्रति जागरूकता पैदा करनी चाहिए। डॉ कल्ला बिड़ला ऑडिटोरियम में सिक्कों की राष्ट्रीय प्रदर्शनी कॉइनेक्स 2019 का उदघाटन करते हुए बोल रहे थे।
डॉ कल्ला ने कहा देश, काल और इतिहास का अध्ययन करने के लिए सिक्कों से बड़ा कोई माध्यम नहीं हो सकता। राजस्थान के पुरा इतिहास में सिक्के कई अनोखे घटनाक्रम के गवाह है। कला प्रेमी जहांगीर ने अपने शासनकाल में सिक्कों को कला से जोड़कर नायाब काम किया।
डॉ कल्ला ने कहा नई पीढ़ी को सिक्कों के संग्रह के लिए प्रेरित करने में ऐसी प्रदर्शनियां महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। प्रदर्शनी के आयोजक चूंकि राजस्थान से जुड़े हैं इसलिए मेरा उनसे आग्रह है कि ऐसी प्रदर्शनियां बार बार यहां आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि सिक्कों के इतिहास से बच्चों को जोडऩे के लिए इस विषय को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर भी विचार किया जाना चाहिये।
इस मौके पर कलानाथ शास्त्री, डॉ नरेंद्र शर्मा, प्रकाश कोठारी ने भी अपने विचार रखे। प्रदर्शनी के राष्ट्रीय संयोजक आर्ची मारू ने बताया कि तीन दिवसीय प्रदर्शनी में दुर्लभ सिक्के देखने को मिलेंगे। इस मौके पर देश विदेश से आये संग्रहकर्ताओं ने अपने अपने संग्रह का प्रदर्शन किया। कला मंत्री ने इन स्टालों पर लगी वस्तुओं को भी रुचि से देखा।