जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने अपने बजट भाषण के दौरान कई बड़ी महत्वपूर्ण घोषणाओं के साथ प्रदेश में जल संकट ध्यान में रखते हुए कई बड़ी योजनाओं की घोषणा की। सिंचाई की समस्या को दूर करने, पेयजल किल्लत को दूर करने और बांधों में पानी की आवक को ध्यान में रखते हुए सीएम ने कई घोषणाएं की। इसी के साथ सीएम गहलोत ने राजस्थान से पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के लिए योजना बनाने की घोषणा भी की। सीएम ने कहा कि पूर्वी राजस्थान में कैनाल परियोजना को नेशनल परियोजना का दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार ने आग्रह किया गया है।
शिवगंज को जवाई बांध से जलापूर्ति के लिए डीपीआर बनेगी। – इंदिरा गांधी फीडर की नहरों की मरम्मत होगी। – पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के लिए योजना की तैयारी । बेणेश्वर धाम विकास बोर्ड बनाने की घोषणा। जल संसाधन के लिए 4675 करोड़ का प्रावधान। 211 बड़े बांधों के जीर्णोद्धार के लिए 935 करोड़ रुपए के प्रस्ताव। राज्य में सिंचाई सुविधाओं के विकास के लिए 21 जिले में 570 करोड रुपए के काम होंगे। 21 जिलों में 517 करोड़ के काम शुरू किए जाएंगे। 29 सिंचाई परियोजनाओं के लिए 262 करोड़ से अधिक राशि आवंटित। 8445 करोड़ जनस्वास्थ्य विभाग के लिए प्रावधान। गांव में सौर ऊर्जा से चलने वाले पर ट्यूबवैल लगाएं जाएंगे। 3490 गांवों को पेयजल योजनाओं से जोड़ा जाएगा, इस पर 950 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
फ्लोराइड प्रभावित 1 हजार से ज्यादा क्षेत्रों में सौलर ऊर्जा तकनीक का इस्तेमाल। सौर उर्जा चलित टैंक, ट्यूबवेल स्थापित किए जाएंगे। 390 वंचित गांवों को पाइप लाइन से पानी की व्यवस्था। 2 हजार 918 करोड़ की लागत की पांच परियोजना। पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना को नेशनल परियोजना का दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है। ईस्टर्न राजस्थान केनाल परियोजना के लिए नेशनल दर्जे की अपील। ईस्टर्न कैनाल 37 हजार करोड की है लागत, केन्द्र सरकार से किया है आग्रह ।शिवगंज को जवाई बांध से जलापूर्ति के लिए बनेगी डीपीआर।