58 साल के राजेश (बदला हुआ नाम) से उसके बेटे के दोस्त ने लड़की बनकर फेसबुक पर मैसेज भेजकर दोस्ती की। दोनों में चैटिंग शुरू हो गई। फिर उसने राजेश से तीन लड़कियां (चाहत, नैना और निराली) बनकर चैटिंग की। कुछ माह तक चैटिंग के बाद रुपए मांगने का सिलसिला शुरू हुआ, शुरुआत 500 रु. से हुई। अब राजेश से हर 8-10 दिन में 10 से 12 हजार रु. मांगे जाने लगे। दो साल में उससे 8 लाख रु. ठग लिए गए। लड़की का लालच बढ़ता देख राजेश ने एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने जांच की तो चौंकाने वाला सच सामने आया।
पीड़ित के बेटे के साथ स्कूल में पढ़ता था आरोपी
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की तो पता चला कि राजेश से चाहत, नैना और निराली बनकर चैटिंग करने वाली कोई लड़की नहीं बल्कि लड़का है। सोमवार को आरोपी बीकानेर निवासी मानसिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया गया। मानसिंह कई साल पहले मुक्ताप्रसाद कालोनी स्थित एक स्कूल में राजेश के बेटे के साथ पढ़ता था। उसका घर आना-जाना था। वह घर-परिवार के बारे में भी अच्छी तरह जानता था। इसी का फायदा उठाकर उसने पूरी स्क्रिप्ट लिखी और अपने शौक पूरे करने के लिए दोस्त के पिता को ही शिकार बना लिया।
एक्सपर्ट बोले- सोशल मीडिया पर दोस्ती से पहले जांच जरूरी है
पुलिस साइबर सेल बीकानेर के एक्सपर्ट दीपक यादव ने कहा सोशल मीडिया में इस तरह की दोस्ती खतरनाक हो सकती है। यदि इस तरह की दोस्ती कर रहे हैं तो उसकी फिजिकल जांच जरूर कर लें। मसलन, उसकी लोकेशन से पता लगाएं कि उसने जो शहर या एड्रेस दिया है, वह सही है या नहीं। अंजान व्यक्ति से चैटिंग में कभी अंतरंग बातें नहीं करें।