देवेन्द्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। पूरे प्रदेश में इस समय विधानसभा चुनाव के लिए तूफानी प्रचार चल रहा है। जनसम्पर्क भी जोरों पर है। हर गली मोहल्ले चौराहे पर प्रत्याशी और उनके परिवार समर्थक लगातार समर्थन मांग रहे हैं। डोर टू डोर पहुंच कर विकास के दावे और वादे किए जा रहे हैं। आज हम बात करते हैं बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र की जहां पर मुकाबला इस समय तीन दिग्गज नेताओं के बीच बना हुआ है।
बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी यशपाल गहलोत इस बार चुनाव मैदान में हैं। वो इसे अपना प्रथम चुनाव बताकर अपने पक्ष में समर्थन मांग रहे हैं तो वहीं बीजेपी से लगातार 15 साल से विधायकी हासिल कर रही सिद्धिकुमारी अपने विकास के बलबूते पर वोट मांग रही है। वहीं रालोपा प्रत्याशी एड. मनोज विश्नोई भी इस बार मैदान में उतरे है। विश्नोई भी विकास और हमेशा साथ रहने के दावे पर मैदान में अपना समर्थन हासिल करने में भी पीछे नहीं है। इस सीट पर सिद्धीकुमारी का विधायक बनने के बाद आसानी से आमजन की समस्याओं को न सुनने और न ही मिलने का रोष दिख रहा है वही यशपाल गहलोत को बीकानेर पश्चिम का प्रत्याशी होने का आरोप लग रहा है।
मतदाता अभी साइलेंट मूड में
हालांकि बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में मतदाता अभी साइलेंट मूड में देखा जा रहा है। पार्टी और समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा कर रहे हैं। लेकिन आम मतदाता अभी कुछ कहने से बच रहा है। भाजपा प्रत्याशी सिद्धीकुमारी ने पार्टी वोट बैंक पर अपनी पकड़ बना रखी है लेकिन इस बार चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यशपाल गहलोत को हर वर्ग और हर तबके का समर्थन मिल रहा है। कर्मचारी अपनी पुरानी पेंशन बहाली को लेकर इस बार कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग कर सकते हैं। रालोपा प्रत्याशी विश्नोई की लगातार जनसभा और जगह-जगह मिल रहे जनसमर्थन से वोटर अंतिम पल में भी अपना निर्णय बदल सकता है। वोटर के अंतिम क्षण में लिए निर्णय से परिणाम चौंकाने वाले भी हो सकते हैं।