27 साल के CA ने शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। डूंगरपुर के आसपुर के रहने वाले मनीष सिंधी का रविवार को जन्मदिन था। उसने 6 महीने पहले भी आत्महत्या की कोशिश की थी, तब परिवार ने उसे बचा लिया था। छह महीने में पहली बार परिवार ने मनीष को अकेला छोड़ा तो उसने जान दे दी। युवक के आत्महत्या के कारणों का कोई खुलासा नहीं हो सका है।
जानकारी के मुताबिक मनीष के माता-पिता और दो बहनें गुजरात गए हुए थे। इकलौते बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिवार की हालत खराब हो गई। परिवार डूंगरपुर के लिए रवाना हो गया है। शव पंखे से लटका हुआ है। पुलिस परिजन के आने के बाद शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लेकर जाएगी। दो दिन पहले परिवार मनीष को घर में अकेला छोड़कर गया था।
सुबह नौकरानी के आने पर दरवाजा नहीं खोला
आसपुर निवासी मनीष सिंधी (27) CA था। रविवार 12 सितंबर को उसका जन्मदिन था। जन्मदिन के ठीक एक दिन पहले शनिवार रात को उसने कमरे में पंखे से फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। सुबह घर में काम करने वाली नौकरानी संतोष आई और दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खोलने पर पड़ोसियों को सूचना दी। इस पर पड़ोसी अरविंद सिंह और आस-पास के लोग पहुंचे। तब जाकर घटना की जानकारी लगी।
उन्होंने आवाज लगाई, लेकिन दरवाजा नहीं खोलने पर जाली को तोड़कर अंदर घुसे। अंदर कमरे में जाकर देखा तो मनीष फंदे पर लटका हुआ था। घटना की सूचना पर आसपुर थानाधिकारी रविंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। मनीष के परिजन से संपर्क कर घटना के बारे में बताया। मनीष का शव फंदे पर लटका हुआ है। पुलिस वडोदरा से परिजन के आने का इंतजार कर रही है।
घर में था अकेला
हादसे के समय युवक घर में अकेला था। उसके पिता नरेंद्र सिंधी (40) अपनी पत्नी दीपिका सिंधी व दो बेटियों धारवी व नैना के साथ दो दिन पहले ही गुजरात के वडोदरा में गए थे। दो दिन पहले मनीष को घर पर अकेला छोड़कर परिवार वड़ोदरा गए थे। पीछे से घर के इकलौते चिराग ने खुद को खत्म कर लिया।