देशभर चेन स्नेचिंग करने वाले बदमाशों ने करोड़ों की प्रोपर्टी खरीदने के साथ महंगे हथियार तक खरीद डाले। लगातार स्नेचिंग की वारदात करने वाले इस गैंग का दूसरा और कुख्यात बदमाश अब जयपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा है। इससे पहले इसके एक साथी को करीब तीन साल पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब दोनों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस ने बताया कि चेन तोड़ने के लिए ये बदमाश प्लेन से सफर किया करते थे। लोगों को डराने के लिए कट्टा साथ रखते। जयपुर में एक फ्लैट तक खरीद दिया। साथ ही अच्छे होटलों में रुकते और कॉल गर्ल्स बुलाते थे।जवाहर सर्किल एसएचओ राधारमण गुप्ता ने बताया कि ये दोनों महिलाओं को टारगेट कर घर में घुसकर वारदात को अंजाम देते थे, फिर जान से मारने की धमकी देकर भाग जाते। UP के शामली के रहने वाले दोनों बदमाश देश के कई राज्यों में सैकड़ों वारदात कर चुके है। एक बदमाश रामचन्द्र उर्फ टोपी वाला जयपुर जेल में बंद है। पुलिस दूसरे बदमाश तुलसीदार को गुरुवार को जयपुर लेकर पहुंची।
जयपुर में तोड़ी 150 चेन
तुलसीदार अपने एक साथ के पकड़े जाने के बाद भी लगातार जयपुर में वारदात को अंजाम देता रहा। बताया जा रहा है कि उसने 2 साल के अंदर यहां 150 चेन तोड़ी हैं। इनकी कीमत 1.50 करोड़ बताई जा रही है। फिर गोल्ड लोन कंपनियों में लूटा गोल्ड गिरवी रखकर रुपए उठाए। कुछ चेन ज्वेलर्स को बेच दी। ज्वेलर्स को बचे गए गोल्ड और लोन उठाकर मिले करोड़ों रुपए से अवैध हथियार खरीदे। गुप्ता ने बताया कि कुख्यात चेन स्नेचर तुलसी उर्फ सोनू उर्फ तुलसीदार (38) पुत्र धनसिंह बावरिया निवासी शामली उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया है। जयपुर जिले में चेन स्नेचिंग की वारदातों में पिछले तीन साल से फरार चल रहा था। वह अपने दोस्त रामचन्द्र उर्फ टोपी वाला उर्फ अर्जुन बावरिया (33) निवासी शामली उत्तर प्रदेश के साथ चेन स्नेचिंग की वारदात करता था।
देश के कई राज्यों के शहरों में सैकड़ों वारदात
अन्तर्राजीय कुख्यात चेन स्नेचर रामचन्द्र और तुलसी बावरिया ने देश के कई राज्यों में वारदात की। राजस्थान के साथ ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित दस राज्यों में उन्होंने लूट को अंजाम दिया है। कम समय में ज्यादा वारदात करने के लिए प्लेन से सफर किया करते है। जिसे शहर में जाते वहां एक दिन में 7-8 चेन स्नेचिंग करते। उसके बाद वापस अपने गांव उत्तर प्रदेश लौट आते। 4-5 दिन घर पर रूकने के बाद दोबारा लूट के लिए निकल जाते।
उत्तर प्रदेश में एनकाउंट
पुलिस ने कुख्यात चेन स्नेचर रामचन्द्र उर्फ टोपी वाला उर्फ अर्जुन बावरिया को गिरफ्तार किया था। जयपुर शहर में उसने जितनी भी चेन तोड़ी सभी वारदात टोपी पहनकर की। चेन स्नेचिंग के दौरान कभी रामचन्द्र बाइक चलाता तो कभी तुलसी। दोनों बदमाश घर के अंदर तक घुसकर चेन लूटते थे। ऑल इंडिया पुलिस ग्रुप की मदद से पुलिस टीम कुख्यात चेन स्नेचरों की पहचान कर पाई थी। पिछले तीन साल से उसका साथी तुलसी फरार चल रहा था। करीब ढाई महीने पहले नोएडा की बीटा-2 थाना पुलिस ने उसको पकड़ाजवाहर सर्किल थाने में पूछताछ में कुख्यात चेन स्नेचर तुलसी से पूछा गया कि उस पर कितने केस दर्ज है। जबाव में तुलसी ने बोला- मुझे खुद को नहीं पता कितने केस दर्ज है। साल 2009 में भरतपुर में रामचन्द्र ने दो चेन स्नेचिंग की वारदात की थी। चेन स्नेचिंग में पकड़ में भी आ गया था। जिसके बाद से उसने चेन स्नेचिंग को पेशा बना लिया। गांव में शादी समारोह के दौरान रामचन्द्र ने उसे चेन तोड़ने की प्लानिंग के बारे में बताकर साथ ले लिया। थाने में पूछताछ में कुख्यात चेन स्नेचर तुलसी से पूछा गया कि उस पर कितने केस दर्ज है। जबाव में तुलसी ने बोला- मुझे खुद को नहीं पता कितने केस दर्ज है। साल 2009 में भरतपुर में रामचन्द्र ने दो चेन स्नेचिंग की वारदात की थी। चेन स्नेचिंग में पकड़ में भी आ गया था। जिसके बाद से उसने चेन स्नेचिंग को पेशा बना लिया। गांव में शादी समारोह के दौरान रामचन्द्र ने उसे चेन तोड़ने की प्लानिंग के बारे में बताकर साथ ले लिया।