बीकानेर।कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन के 10 महीने बाद प्रदेश में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल सोमवार को खुल गए। कुछ सुबह 9 बजे तो ज्यादातर 9:30 बजे खुले। अब नियमित क्लास चलेंगी। बीकानेर के सभी स्कूलों ने कोरोना गाइड लाइन के पालन की तैयारी रविवार तक पूरी कर ली थी। इसी तैयारी के साथ सोमवार को जब बच्चे जब स्कूल गेट पर पहुंचे तो यहां उन्हें थर्मल स्कैनिंग और मास्क जांच के साथ एंट्री दी गई। कुछ स्कूल 10 बजे खुलें। कुछ स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गेट के बाहर सफेद गोले बनाए गए हैं, ताकि उनमें 6 फीट की दूरी बनी रहें।

एम एम स्कूल प्रिंसिपल ने बताया कि दो पारियों में स्कूल चलेगा। इनमें 9 वीं और 11 वीं के छात्रों का वक्त सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक रहेगा। जबकि 10 वीं और 12 वीं के स्टूडेंट्स का स्कूल टाइम सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12.45 तक रहेगा। इनमें सिर्फ मुख्य विषयों की पढ़ाई होगी। स्पोर्ट्स, म्यूजिक व अन्य ऐच्छिक क्लास नहीं लगेंगी।

फोटो : राजेश छंगाणी

स्कूलों के एंट्री गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी नजर आई। स्कूलों में ऑनलाइन क्लासें भी ऑफलाइन के साथ चलेगी यानी जो स्टूडेंट्स स्कूल में क्लास आने के इच्छुक नहीं हैं, वे ऑनलाइन घर बैठकर वह क्लास ज्वाइन कर सकेंगे।

ब्रिटेन में आए कोरोना के नए स्ट्रेन के बाद अभी भी काफी पैरेंट्स एक राय नहीं है। काफी पैरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल खुद छोड़ने के लिए आए। पहले की तरह ऑटोरिक्शा और बाल वाहिनी गाड़ियों से बहुत कम बच्चे ही स्कूल पहुंचे। स्कूल संचालकों के मुताबिक काफी पैरेंट्स में अब भी कुछ की हां और कुछ की ना बनी हुई है।
शहर के स्कूलों में इन प्रोटोकॉल का रखा गया ध्यान

कोरोना गाइडलाइन के तहत सबसे पहले प्रोटोकाल NO MASK NO ENTRY का रहेगा। यानी स्कूल में आने वाले सभी स्टूडेंट्स को मास्क पहनकर ही प्रवेश करना होगा।
स्कूलों की एंट्री गेट और क्लास में प्रवेश करने से पहले सभी स्डूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। उनके शरीर का तापमान चेक किया जाएगा।
स्कूल पहुंचने वाले स्टूडेंट्स को पैरेंट्स का लिखित हस्ताक्षर युक्त सहमति पत्र लाना होगा। स्कूल के गेट पर ही इसे चेक किया जाएगा। इसके बाद ही क्लास तक जाने दिया जाएगा।
स्कूल परिसर में प्रवेश करने पर 6 फीट की दूरी रखकर ही लाइन में खड़ा होना होगा। इसके लिए कई स्कूलों में एंट्री गेट से क्लास तक सर्किल बनाए गए हैं।
स्कूलों में प्रवेश करने पर छात्र छात्राओं को हाथ सैनिटाइज करवाया जाएगा।
दो पारियों में चलेगा स्कूल, एक क्लास में बैठेंगे 15 से 20 बच्चे