बीकानेर। क्वॉरेंटाइन के दौरान होम आइसोलेशन में रहने वाले पांच व्यक्तियों द्वारा नियमों के तहत घर में न रह कर बाहर निकल गए, ऐसे पांचों व्यक्तियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवा दी गई है। अगर जिला मुख्यालय सहित उपखंड क्षेत्र में कोई व्यक्ति जो होम आइसोलेशन में है वह घर में नहीं रहता है तो उसके विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करवाई जाए साथ ही उपखंड क्षेत्र से ऐसे लोगों को चयनित कर जिला मुख्यालय पर भेजा जाए जहां उन्हें क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा। यह बात जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने मंगलवार को सभी उपखंड अधिकारियों और ब्लॉक सीएमएचओ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बताया। जिला कलक्टर ने बताया कि सभी उपखंड अधिकारी यह सुनिश्चित करले की होम आइसोलेशन का एक भी व्यक्ति घर से बाहर ना निकले साथ ही घर में रहने के दौरान भी अपने घर परिवार वालों के साथ ना रहे उन से पृथक ही रहे। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रखा है उन सब के मोबाइल नंबर रखें और समय-समय पर उनसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात भी करते रहे। साथ ही उनकी देखरेख कर रहे चिकित्सकों विभाग के कार्मिकों को यह निर्देश दिया जाए कि होम आइसोलेशन में व्यक्ति के हाथ पर क्वॉरेंटाइन की मोहर लगाई जाए ताकि अगर वह घर से बाहर आए तो आम आदमी तत्काल वह मोहर देखकर उसे पाबन्द कर सके और प्रशासन को भी बता सके।

जिला कलक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों से कहा कि वह यह भी व्यवस्था करें कि उनकी क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायत में 24 ग् 7 कर्मचारी उपस्थित रहे और किसी भी तरह की परेशानी होने पर तत्काल उपखंड स्तर पर सूचित करें इस दौरान अधिकारी यह भी देखें कि गांव में कोई बाहर का व्यक्ति तो आकर नहीं रुका है। जिस दिन से लॉक डाउन की घोषणा हुई है उस दिन के बाद तो कोई व्यक्ति नहीं आया है इसकी जानकारी भी स्थानीय लोगों से समय-समय पर लेते रहें। गौतम ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए हमें कोई कोर कसर नहीं छोड़नी है विशेषकर होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति की पहचान पूरे आसपास के लोगों को हो इसके लिए हाथ पर मोहर लगाने के साथ-साथ उसके घर के बाहर भी लाल स्याही से यह लिख दिया जाए कि यहां होम आइसोलेशन मैं रह रहा है, यहां होम आइसोलेशन का चिन्हित व्यक्ति रहता है।
जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों से कहा कि हम सबको मिलकर कोरोना से लड़ना है और इसके लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट और राशन सामग्री उपलब्ध करवाने में कोई दिक्कत नहीं है जरूरत से अधिक सामान वर्तमान में जिला प्रशासन के पास उपलब्ध है वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उपखंड अधिकारियों और ब्लॉक सीएमएचओ ने बताया कि वर्तमान में स्वास्थ्य सेवाओं में 104 और 108 की सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्र में नहीं मिल रही है यहां ग्रामीण फोन करते हैं तो कोई फोन उठाता नहीं है जिला कलेक्टर ने कहा कि इस बारे में शीघ्र ही आवश्यक सुधार हो जाएगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए एच गौरी, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी अभिषेक सुराना, उपखंड अधिकारी बीकानेर रिया केजरीवाल, संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं डाॅ. देवेंद्र चैधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल मीणा सहित सभी उपखंड अधिकारी और ब्लॉक सीएमएचओ अपने-अपने क्षेत्र में स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र में उपस्थित थे।
खाद्यान्न सामग्री व भोजन हेतु 12 हजार 490 व्यक्ति हुए चिन्हित-
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि कोरोनावायरस के चलते जिले में ऐसे जरूरतमंद व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है जिन्हें खाद्यान्न सामग्री और भोजन की जरूरत है ऐसे व्यक्तियों में जिले के खाजूवाला उपखंड क्षेत्र में 375, पूगल में 391, जिले के नोखा उपखंड क्षेत्र में 1700, कोलायत में 330, बज्जू में 256 तथा लूणकरणसर उपखंड क्षेत्र में 384 व्यक्तियों को चयनित किया गया है श्रीडूंगरगढ में 253, छतरगढ़ में 660, बीकानेर ग्रामीण में 2347 तथा बीकानेर शहर में 5774 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है। इन सभी व्यक्तियों को जिला प्रशासन द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं और भामाशाह के माध्यम से खाद्यान्न सामग्री एवं भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है।