बीकानेर. अभी तक तो बरसात के सीजन में पशुओं में ही मुंह पका और खुर पका रोग होता था। इससे पशुओं को चरने और चलने में दिक्कत का सामना करना पड़ता था। अब यह रोग छोटे बच्चों में भी देखने को मिल रहा है। इस रोग की शिकायत लेकर अभिभावक बच्चों के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। हालांकि यह रोग ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन बच्चों को इससे परेशानी ज्यादा हो रही है। चिकित्सकों का मानना है कि पांच से सात दिन बाद इस रोग का असर कमजोर पड़ने लगता है, लेकिन इसके लिए सावधानी और नियमित रूप से दवाइयां लेनी आवश्यक होती है। लक्षणों की बात करें, तो इस रोग के होने से बच्चों को बुखार आता है और मुंह में छाले हो जाते हैं। जबकि शरीर पर लाल दाने और चकत्ते बन जाते हैं। इसके अलावा इस बीमारी से खुजली की शिकायत भी होती है। फुट एंड माउथ डिजीज एक वायरस से होने वाली मौसमी बीमारी है। इस बीमारी से इस समय बच्चा अस्पताल में पंद्रह से बीस मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। इसके अलावा चिकित्सकों के घरों पर भी पहुंच रहे हैं।
यह हैं इस रोग के लक्षण
बच्चे को पहले हल्का बुखार आता है। इसके बाद मुंह में छाले होने लगते हैं। बच्चे को खाने में दिक्कत होती है। पैरों और शरीर के अन्य हिस्सों में लाल दाने नजर आने लगते हैं। डॉक्टरों को कहना है कि अगर किसी बच्चे के शरीर में लाल दाने निकल रहे हैं और हल्का बुखार आ रहा है तो चिकित्सक को तत्काल दिखाना चाहिए। इसमें लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। सामान्यतः यह बीमारी पशुओं में होती है। मनुष्य में कम पाई जाती है। लेकिन कई बार मनुष्यों में भी यह बीमारी फैल जाती है।