बीकानेर : चोरों ने मचाया आतंक, लाखों के गहने चोरी किए, आम-आदमी दशहत में, पढ़े खबर

बीकानेर। मंगलवार रात को श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में चोरों ने अपना आंतक मचाया, जिससे आम-आदमी दहशत में है। कस्बे के आडसर बास में चोरों ने चार घरों में ताले तोड़े है और गरीबों की गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ करते हुए लाखों का माल पार कर ले गए। आडसर बास में शिवधोरा के पास स्थित सहीराम पुत्र लिछमणनाथ सिद्ध, पवन पुत्र रूपाराम प्रजापत, नेमचंद नैण व मांगीलाल जाट के घर ये चोर घुसे। सहीराम सिद्ध व पवन प्रजापत ने पुलिस को सूचना देकर सामान बरामद करवाने की गुहार लगाई है। यहां नेमचंद नैण की छत से चोरों ने रसोई की चिमनी का चोका उतारा पर अंदर घुसने का प्रयास किया। परंतु स्थान नहीं मिलने के कारण वे अगले घर में चले गए। मांगीलाल जाट के घर छत से उन्होंने ऊपर का जाल उतारकर घर में घुसे। आंगन में सो रहें परिवार के कारण एक ही कमरे में घुस पाए और कपड़े व सामान बिखेर दिया। यहां कपड़ों में रखे हुए चार पांच हजार रूपए ही चोरों के हाथ आए।

खिड़की तोड़ अंदर घुसे चोर, लाखों का माल ले उड़े
जानकारी के अनुसार सहीराम सिद्ध के घर चोरों लाखों का माल ले उड़े। खिड़की तोड़ कर अंदर घुसे चोरों ने अंदर से गेट बंद कर दिया। सहीराम ने बताया कि वे अपनी पत्नी के साथ खेत पर था और घर में दो बेटियां व बेटा छत पर सो रहे थे। चोरों ने घर की उत्तरी दिशा की खिड़की तोड़ी व अंदर से घर बंद कर अलमारी संदुकों के सभी ताले तोड़ दिए। चोरों ने सारा सामान बिखरते हुए यहां डेढ़ लाख से अधिक नगदी, सोने की गलसरी, टड्डा, मंगल सुत्र, चुडिय़ां, झूमर, बाली, लूंग, चांदी की चैन, ब्रासलेट, पायलें चोरी कर ली। चोरों ने करीब 70 ग्राम सोना व 100 ग्राम चांदी चुराई है। सुबह पुत्र अशोक नींद से जागा तो नीचे का गेट बंद पाया। सहिराम ने पुलिस से सामान व नगदी बरामद करवाने व चोरों को गिरफ्तार करने की मांग की है।

खिड़की तोड़ घर में घुसे चोर, नकदी व आभूषण चुराए
इसी तरह, पवन प्रजापत के घर में चोर पीछे की ओर स्थित खिड़की को तोड़ कर घुसे। घर में चार बच्चों सहित पति पत्नी बाहर की ओर बने कमरे में सो रहें थे। चोरों ने अंदर घुसकर आंगन का गेट बंद कर दिया। चोरों ने यहां अलमारी तोड़ कर 5 हजार रूपए व सोने चांदी के गहने ले गए। पवन ने बताया कि चोरी 1 से 3 बजे के बीच हुई है। वह सुबह पौने छ बजे उठा तो देखा की घर अंदर से बंद था व पीछे की खिड़की तोड़ी हुई थी।

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