
बीकानेर। लावारिस हालत में सूनसान जगह पर पड़े एक व्यक्ति को असहाय सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने संभाला। उसके परिजनों का पता लगाकर उन्हें सुपुर्द किया। असहाय सेवा संस्थान के इस कार्य की पुलिस व प्रशासन ने सराहना की है। जेएनवीसी थाना क्षेत्र की ड्यूप्लेक्स कॉलोनी मुक्तिधाम नायक भील समाज के पास मंगलवार को एक व्यक्ति लावारिस हालत में पड़ा मिला। जेएनवीसी पुलिस ने इसकी सूचना असहाय सेवा संस्थान के पदाधिकारियों को दी। तब संस्थान के सेवादार राजकुमार खड़गावत, ताहीर हुसैन, रामा, त्रिलोक सिंह वहां पहुंचे और उक्त व्यक्ति को एम्बुलेंस में डालकर पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया। उसका नाम गजानंद शर्मा है जो बिहार का रहने वाला है और यहां नापासर में अपने रिश्तेदार के यहां रहता है।
नहलाया और कपड़े पहनाएं
संस्थान के पदाधिकारियों ने बीमार गजानंद की सार-संभाल की। उसे नहला कर कपड़े पहनाएं। उक्त व्यक्ति के पास तलाशी के दौरान आधार कार्ड व वैक्सीनेशन की पर्ची मिली, जिसमें पता किशनगंज, बिहार लिखा हुआ था। परिजनों ने बात करने पर पता चला कि इसकी पत्नी व बच्चे बिहार में रहते हैं और यह नापासर में अपने भाई के पास रहता है। तब उन्होंने गजानंद को पीबीएम में भर्ती कराने के बाद नापासर में उसके परिजनों से संपर्क किया। इस कार्य में जेएनवीसी पुलिस के अधिकारी धर्मचंद एवं डॉ. एलके कपिल ने मदद की। 20 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी देने पर संस्थान के पदाधिकारियों ने उसे नापासर भाई केपास छोड़ दिया।
संस्थान के पदाधिकारियों ने बीमार गजानंद की सार-संभाल की। उसे नहला कर कपड़े पहनाएं। उक्त व्यक्ति के पास तलाशी के दौरान आधार कार्ड व वैक्सीनेशन की पर्ची मिली, जिसमें पता किशनगंज, बिहार लिखा हुआ था। परिजनों ने बात करने पर पता चला कि इसकी पत्नी व बच्चे बिहार में रहते हैं और यह नापासर में अपने भाई के पास रहता है। तब उन्होंने गजानंद को पीबीएम में भर्ती कराने के बाद नापासर में उसके परिजनों से संपर्क किया। इस कार्य में जेएनवीसी पुलिस के अधिकारी धर्मचंद एवं डॉ. एलके कपिल ने मदद की। 20 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी देने पर संस्थान के पदाधिकारियों ने उसे नापासर भाई केपास छोड़ दिया।
परिजनाें ने गजानंद को देखा तो छलके आंसू
परिजनों ने गजानंद को देखा तो उनके आंसु छलक गए। परिजनों ने बताया कि गजानंद 16 जुलाई से घर नहीं आया। उसकी तलाश की लेकिन वह कहीं नहीं मिला। उन्होंने असहाय सेवा संस्थान व पुलिस का साधुवाद दिया।
परिजनों ने गजानंद को देखा तो उनके आंसु छलक गए। परिजनों ने बताया कि गजानंद 16 जुलाई से घर नहीं आया। उसकी तलाश की लेकिन वह कहीं नहीं मिला। उन्होंने असहाय सेवा संस्थान व पुलिस का साधुवाद दिया।