बीकानेर. अफसरों को नेताओं का नाम चमकाने की इतनी जल्दबाजी रही कि नवनिर्मित शहीद स्मारक में शहीदों की नाम पट्टिका के लिए खाली पत्थर लगवाकर छोड़ दिए। जबकि वहीं दूसरे पत्थर पर मंत्रियों के नाम शिलान्यास और लोकार्पण के समय तुरंत उकेर दिए गए। नगर विकास न्यास बीकानेर की ओर से 44 लाख रुपए से निर्मित इस शहीद स्मारक के लोकार्पण के छह महीने बाद भी शहीदों के नाम नहीं लिखे गए हैं। जबकि प्रशासन अब कारगिल शहीद दिवस पर आयोजन के लिए शहीदों की फोटो और नाम वाले पोस्टर स्कूल-स्कूल बंटवा रहा है। बीकानेर के पब्लिक पार्क में 11 सितम्बर 2019 को शहीद स्मारक निर्माण का शिलान्यास राजस्थान सरकार के मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, जिले के तत्कालीन प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद, मंत्री भंवरसिंह भाटी ने किया था। शिलान्यास के समय अस्थाई रूप से लगाई गई मंत्रियों के नाम वाली शिलान्यास पट्टिका को बाद में स्मारक की नवनिर्मित दीवार में स्थापित कर दिया गया। परिसर की चारदीवारी और स्मारक का निर्माण करने के साथ पैदल पथ बनाए गए। बरसात के बाद यहां कांटेदार खरपतवार उग आई है। अब कोई इसमें घुसे, तो पैरों में कांटे चुभते हैं और कपड़ों पर भुट चिपक जाते हैं।

ताले में बंद शहादत का सम्मानस्मारक स्थल पर सजावटी पौधे और घास लगाने के लिए जगह छोड़ी हुई हैं। शहीदों के नाम लिखने के लिए काला प्लेन पत्थर दीवार में लगाया गया। इस पर बीकानेर जिले के आजादी से लेकर अब तक के शहीदों के नाम लिखे जाने हैं। नाम लिखने से पहले ही 21 दिसम्बर 2021 को जिले के प्रभारी मंत्री लालचंद कटारिया ने लोकार्पण कर दिया। इस दौरान मंत्री शांति धारीवाल, डॉ. बीडी कल्ला, गोविन्दराम मेघवाल, भंवरसिंह भाटी और केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल की गरिमामय उपिस्थति की लोकार्पण पट्टिका भी लगा दी गई। लोकार्पण हुए अब करीब छह महीने का समय बीत चुका है। आज भी स्मारक स्थल पर लगे प्लेन काले पत्थर शहीदों का नाम लिखे जाने का इंतजार कर रहे हैं। इसी वजह से आज तक इस स्मारक स्थल पर ताला भी लगा पड़ा है।

तुरंत कराएंगे यह कार्य

शहीद स्मारक में शहीदों के नाम नहीं लिखा होना मेरी जानकारी में नहीं आया था। अब इस कार्य को तुरंत कराया जाएगा। प्रयास रहेगा, अगले एक-दो दिन में ही इस पर काम शुरू हो जाए। जिले के शहीदों की गौरव गाथा घर-घर पहुंचे, इसके लिए तो कारगिल शहीद दिवस पर जिले के हर स्कूल में शहीदों को श्रद्धांजलि का कार्यक्रम करवा रहे हैं। इस कार्य में देरी के लिए नगर विकास न्यास से जवाब तलब किया जाएगा।