बीकानेर, राज्य में बालिकाओं के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री राजश्री योजना में आवेदन की रफ्तार बहुत धीमी है। वर्तमान शिक्षा सत्र में पहली कक्षा में करीब 2.70 लाख बालिकाओं ने प्रवेश लिया है जबकि योजना में इनमें से अब तक केवल 2372 ने आवेदन किया है। एनआईसी के पोर्टल में तकनीकी खराबी के चलते आवेदन नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते अब तक एक भी छात्रा को भुगतान नहीं हो पाया है। आवेदन की रफ्तार बढ़ाने के संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने प्रारंभिक शिक्षा के सभी संयुक्त निदेशकों को निर्देश दिए हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने कहा है कि योजना को विभाग के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। जिसका नतीजा है कि पात्र छात्राओं के शत-प्रतिशत आवेदन ऑनलाइन नहीं हो पा रहे हैं। निदेशक ने कहा है कि किसी भी तरह की आ रही तकनीकी समस्या को शाला दर्पण टीम समन्वय स्थापित कर दूर करें।

12वीं कक्षा तक विभिन्न चरणों में मिलेंगे 50 हजार रुपए : मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर तृतीय किश्त के रूप में एकमुश्त 4000 रुपए प्रदान किए जाएंगे। यह राशि सीधे बालिका के माता-पिता या संरक्षक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से स्थानांतरित की जाएगी। योजना के तहत कन्या के जन्म पर माता-पिता को विभिन्न चरणों में 50 हजार रुपए दिए जाते हैं। संस्थागत प्रसव में बालिका होने पर ढाई हजार रुपए तथा इतनी ही राशि बालिका के एक साल की होने पर मिलती है। इसके बाद बालिका को राजकीय विद्यालय में पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर चार हजार रुपए, छठी कक्षा में प्रवेश लेने पर पांच हजार रुपए, 10वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर 11 हजार रुपए और 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने पर 25 हजार रुपए की राशि देय है। क्या है योजना: राज्य सरकार ने वर्ष 2016-17 में मुख्यमंत्री राजश्री योजना शुरू की थी। राज्य में 1 जून 2016 या इसके बाद जन्मी बालिकाओं को मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत लाभान्वित किए जाने का प्रावधान है। इसके लिए सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को संस्था प्रधान के माध्यम से शाला दर्पण पोर्टल पर आवेदन अपलोड करना होगा।