बीकानेर । बीकानेर में करोड़ों रुपए के नकली नोट छापने वाले गिरोह के पकड़े जाने के बाद पुलिस की नींद खुली है। अब पुलिस संगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए नया पैंतरा ला रही है। संगठित अपराध रोकने एवं गिरोह के सरगना को दबोचने के लिए एक विशेष सेल गठित होगी, जिसकी मॉनिटरिंग आईजी व पुलिस अधीक्षक खुद करेंगे।

यह होगी स्पेशल टीमबीकानेर रेंज कार्यालय के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम के नेतृत्व में डीवाईएसपी नरेन्द्र पूनिया, पुलिस निरीक्षक मनोज शर्मा, हेडकांस्टेबल विमलेश बिजारिणया, नानूराम गोदारा, एसपी कार्यालय की साइबर सेल के हेडकांस्टेबल दीपक यादव, दिलीप सिंह सहित चार कांस्टेबल शामिल होंगे।

टीम को करेंगे उच्च प्रशिक्षितबीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक नकली नोट गिरोह के संचालित होने एवं अब पकड़ में आने के बाद से काफी एंग्रीमैंन की भूमिका में है। संगठित अपराध को रोकने वाली टीम को उच्च प्रशिक्षित करेंगे। इसके लिए बकायदा साइबर एक्सपर्ट और अनुभवी अधिकारियों की सेवाएं ली जाएगी। टीम चयन का काम पूरा कर लिया गया है। टीम में पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को लेकर विचार-विमर्श हो रहा है।

हर बार की तरह ना हो

पुलिस प्रशासन जब कभी कोई बड़ी वारदात होती है तो नई सेल गठित करने साथ-साथ कई तरह के दावें करती है। लेकिन कुछ समय बाद नई सेल कागजों में चलती है और पुलिस के दावें केवल डींगे हाकने में ही नजर आते है। यही अपराध बढ़ने व बदमाशों में पुलिस का खौफ खत्म होने की सबसे बड़ी वजह है।

यह है संगठित अपराध

– शराब तस्करी

– डोडा-पोस्त, अफीम. गांजा, एमडी तस्करी- क्रिकेट सट्टा

– सूदखोरी- देह व्यापार

-हनी ट्रेप मामले

अपराध किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं

अपराध व अपराधी किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं होंगे। नकल नोट गिरोह से पुलिस सावचेत हो गई है। युवाओं को अपराध के दलदल में धंसने से बचाना है। इसलिए अब पुलिस उसी दिशा में काम कर रही है। जल्द एक विशेष सेल गठित करेंगे जो संगठित अपराध गिरोह का संचालन करने वालों की धरपकड़ करेंगे