बीकानेर। बारह गुवाड़ चौक स्थित रमक झमक परिसर में ‘कवियों ने लम्पि से पीड़ित गौमाता की पीड़’को दर्शाती रचनाएं पढ़ीं।युवा राजस्थानी कवि विपलव व्यास ने’थिने करूँ धिंनबाद, बता दिया चैरा’, के.सी टॉक ने ‘गौ दूध से बणे छप्पन भोग- सुणो सुणो छप्पन इंच के राजीव,गौ माता ने लाग्यो लम्पि रोग’ व संजय आचार्य वरुण ने ‘गाय नहीं तो कैसा भारत-कैसा हिंदुस्तान है’ तथा गाय को भूलकर ‘चीता’ को महत्व देने वाले बिंदुओं पर सरकार पर करार व्यंग करते हुवे उनका ध्यान गौवंश की तरफ देने की बात कहीं। डॉ मनीषा आर्य सोनी ने ‘गीता गायत्री और जय हो गोपाल की’,डॉ कृष्णा आचार्य ने ‘भारत भूमि देव संस्क्रति, फिर क्यों गौ मां रोती है’,गीतकार जुगल पुरोहित ने गौ मां की रक्षा करो,सुनलो पालनहार’ आनन्द मस्ताना ने ‘आओ नी गोपाल तुम बिन पड़े फोड़ा’,गीत गाकर पालहर भगवान कृष्ण से गौवंश को कष्ट से उबार कर रक्षा करने की बात कही। वहीं राजाराम स्वर्णकार ने ‘गौ धन सब संत्रस्त है,फैला घातक मर्ज है’ व कवि सम्मेलन का मंच सयोजन करते हुवे बाबू बम्म चकरी ने ‘एड़ी मां जैड़ी दूजी देखी कौनी’ कविता के माध्यम से गाय की भौतिक व आध्यात्मिक महत्व को बताया ।

कवि सम्मेलन में नवाचार कलाकार ने उकेरे चित्र

गौवंश को लेकर रमक झमक मंच पर आयोजित हुवे कवि सम्मेलन में नवाचार हुआ। एक तरफ कवि गीतकारों ने गौवंश की दशा पर कविता पाठ किया वहीं आर्टिस्ट भुरमल सोनी ने कविता के भावों को अपनी पेंटिंग के जरिये लाइव चित्रण उकेरे जिसे रमक झमक की वरिष्ठ बुजुर्ग मार्गदर्शक श्रीमती रामकवरी ओझा को भेंट किया।

गौ सेवकों व लम्पि योद्धाओं का हुआ सम्मान

इस अवसर पर लम्पि से ग्रस्त गौवंश के इलाज व सेवा में लगी संस्था युवा गौ सेवा समिति गंगाशहर,खाटू श्याम गौ सेवा समिति,
सुजानदेसर गौ सेवा समिति क्वारंटाइन सेंटर
वंदे मातरम मंच,नागरिक समिति मुरलीधर
सियाणा गौ सेवा समिति,श्री सीता राम जाखड़ और प्रधान पाचू कच्ची आडॉत मंडी बीचवाल के अलावा डॉ सूर्य प्रकाश,रामदयाल राजपुरोहित,अनतलाल व्यास,गिरधारी सुथार राजेश आचार्य,नुकरा महाराज एवं भीमसेन भदाणी सहित गौ सेवको व लम्पि योद्धाओं को डॉ अजय जोशी,समाज सेवी रतना महाराज, सोनी,सतीश किराड़ू व रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ ने रमक झमक ओपरणा,शाल व माला पहनाकर सम्मानित किया।सम्मानितों का परिचय राजेश आचार्य ने दिया एवं अतिथियों का स्वागत शिव कुमार छंगाणी ने किया। सम्मानितों संस्थाओं व गौ सेवकों की ओर से पांचू गाँव के भंवरलाल ने ने विचार रखे। आगन्तुकों का धन्यवाद विकास तंवर ने किया।