बीकानेर. करगिल विजय दिवस पर मंगलवार को पूरे देश ने करगिल के शहीदों को याद किया। बीकानेर में तो पूरे जिले में यह दिन बेहद खास तरीके से मंगलवार को मनाया गया, जब पूरे बीकानेर जिले में लाखों लोगों ने अपने 22 शहीदो को अनोखे ढंग से याद किया,जब लगभग सवा दो हजार से भी ज्यादा स्कूलों में लगभग सवा दो लाख से भी ज्यादा छात्र-छात्राओं ने अपने रियल हीरो को याद किया और उनकी वीरता को स्मरण किया। इसके अलावा भी दिनभर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए राजनीतिक और अराजनीतिक स्तर पर भी कई कार्यक्रम हुए। जिला प्रशासन के अधिकारी भी कार्यक्रमों में शामिल हुए। इसी क्रम में शहीद स्मारक स्थलों पर भी लोग पहुंचे। परन्तु रात होने पर शहीदों की याद भी जैसे अंधेरे में खो गई।गांवों में क्या हाल होगा, यह सोचा जा सकता है जब प्रशासन की नाक के नीचे बीकानेर शहर में ही शहीद कैप्टन चन्द्र चौधरी स्मारक स्थल पर अंधेरा छाया रहा। काबिलेगौर है कि यहां पर सार्वजनिक लाइटें लगाई गई हैं लेकिन खराब होने से अंधेरा छाया रहता है। कम से कम करगिल विजय दिवस पर भी ऐसा नहीं हो सका कि इस स्थल को भी रोशन कर दिया जाए। गौरतलब है कि पहले भी इस शहीद स्मारक पर आए दिन अराजक तत्वो की कारस्तानी की खबरें आती रही हैं। शहीद कैप्टन चंद्र चौधरी प्रतिमा स्थल पर स्थापित होने के ढाई महीने बाद एयरक्राफ्ट का लोकापर्ण भी हो चुका है और एक टैंक भी यहां रखा हुआ है। यह स्थल पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है, बावजूद इसके इस तरह की अनदेखी ने मंगलवार को शहीदों की याद में सांध्य के समय नमन करने गए लोगों को न सिर्फ बेहद निराश किया बल्कि क्षुब्ध भी हैं।