बीकानेर, से मात्र 15 किलोमीटर दूर स्वरूपदेसर गांव के बच्चे इन दिनों अपनी पढ़ाई को लेकर संघर्षशील है। गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय को बंद कर बाहर टैंट लगाकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, स्कूल का स्टॉफ स्कूल के बाहर बैठा है ओ स्कूल का गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं। जबकि स्टूडेंट्स अपनी मांगों पर अड़े हुए है कि जब तक उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं होगी तब तक स्कूल को लगाया ताला नहीं खोला जाएगा। दरअसल, स्टूडेंट्स ने स्कूल में लगे प्रतिनियुक्त कार्मिकों की प्रतिनियुक्ति निरस्त कर रिक्त पदों पर शिक्षकों को लगाने की मांग को लेकर दो दिनों से तालाबंदी कर रखी है। इस दौरान ना स्टूडेंट्स स्कूल के अंदर जा रहा है और ना ही किसी स्टाफ को अंदर जाने दिया जा रहा है। बुधवार को स्टूडेंट्स ने स्कूल के बाहर छांव के लिए टैंट लगा लिया जिससे यह जाहिर हो रहा है कि स्टूडेंट्स अपनी मांगों को लेकर अडिग है, चाहे उन्हें इसके लिए कुछ भी करना पड़े। स्टूडेंट्स का कहना है कि तालाबंदी का आज दूसरा दिन है, लेकिन कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। ऐसे में सरकार व प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है। रोष इसलिए है कि सरकार बच्चों की शिक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन धरातल पर हालात यह है कि बच्चों को शिक्षकों की खातिर इस धूप में धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है।