बीकानेर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के 9-10 अक्टूबर काे बीकानेर दाैरे काे अंतिम रूप दे दिया गया है। इसके साथ ही पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की भाजपा में वापसी भी तय हाे गई। जूनागढ़ के सामने हाेने वाली सभा में राजे उनकाे भाजपा में शामिल करेंगी। भाटी की वापसी और राजे के बीकानेर दाैरे पर केन्द्रीय नेतृत्व की स्वीकृति का दावा भी किया जा रहा है। इसीलिए शुक्रवार काे बीकानेर से कुछ नेताओं काे जयपुर बुलाकर खुद राजे ने अपने सामने ही पूरा दाैरा फाइनल किया। देशनाेंक और जूनागढ़ के सामने सभा हाेगी, लेकिन नाम स्वागत का दिया गया। नवरात्रि से प्रचार-प्रसार हाेगा। एक महीने पहले ही राजे का दाैरा तय हाे गया था, लेकिन केन्द्रीय नेतृत्व से स्वीकृति न मिलने के कारण अंतिम रूप नहीं दिया गया। बुधवार काे केन्द्रीय नेतृत्व से स्वीकृति मिलनी बताई जा रही है। उसके बाद पू्र्व मंत्री देवी सिंह भाटी समेत बीकानेर के कुछ नेताओं काे जयपुर बुलाया गया। भाटी के साथ महावीर रांका, भागीरथ मूंड, विजयमाेहन जाेशी समेत कुछ नेता गुरुवार काे जयपुर पहुंचे। इसी बीच भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशाेक परनामी, राजपालसिंह, यूनुस खान के साथ सभी नेता राजे के आवास पहुंचे। सबकी मौजूदगी में खुद राजे ने दाैरे काे अंतिम रूप दिया। फाइनल कार्यक्रम के मुताबिक राजे नौ अक्टूबर को सबसे पहले देशनोंक पहुंचेंगी। वहां करणीमाता मंदिर के दर्शन के बाद एक स्वागत सभा होगी। वहां से लक्ष्मीनिवास हाेटल जाएंगी। फिर बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी के आवास जाएंगी। उनकी मां पदमाकुमारी के निधन पर वे यहां नहीं आ पाई थी। शाम छह बजे जूनागढ़ के सामने स्वागत सभा होगी। रात्रि विश्राम यहीं करेंगी। 10 काे लक्ष्मीनाथ मंदिर, आचार्य तुलसी समाधि और नागणेची जी मंदिर दर्शन करने जाएंगी। अंत में पू्र्व विधायक गाेपाल जाेशी के आवास पर बैठने जाएंगी।

लाेकसभा चुनाव में भाटी ने छाेड़ी थी पार्टी, मेघवाल का विरोध किया
काेलायत से दाे चुनाव हारने के बाद देवी सिंह भाटी ने 2019 के लाेकसभा चुनाव में भाजपा छाेड़कर सांसद अर्जुनराम मेघवाल का विराेध किया था। भाटी ने मेघवाल पर आराेप लगाया था कि उन्हाेंने हर विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवाराें का भीतरी ताैर पर विराेध किया था। भाटी ने तब कहा था कि उनका विराेध न ताे भाजपा से है, न प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी और अमित शाह से, लेकिन केन्द्रीय नेतृत्व काे स्थानीय स्तर की जमीनी हकीकत देखनी चाहिए।

केन्द्रीय नेतृत्व की स्वीकृति सही ताे कार्यकर्ताओं के लिए आसानी
अब तक राजे के दाैरे काे व्यक्तिगत और पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की दखलंदाजी के कारण कुछ नेताओ ने इससे दूरी बनाने का मन बना लिया था लेकिन अब भाटी की भाजपा में वापसी होनी तय हो गई। राजे के दौरे को भी केन्द्रीय नेतृत्व की स्वीकृति का दावा किया जा रहा। राजे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। ऐसे में अब कार्यकर्ताओं के लिए भी इसमें शामिल हाेने में आसानी हाेगी। चूंकि सांसद अर्जुनराम मेघवाल और राजे के रिश्ताें में खटास है। राजे काे पार्टी के भीतर जिले में मजबूत सिपहसालार चाहिए था।