देवेंद्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के बीटेक,एमटेक, एमबीए एमसीए के विद्यार्थियों हेतु “सुखी जीवन आनंदम” छात्र रिफ्रेशर कार्यशाला का आयोजन 9 से 13 दिसंबर 2020 तक किया जा रहा है। जानकारी प्रदान करते हुए सहायक जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बतया की कार्यशाला के शुभारंभ सत्र में कार्यक्रम के अध्यक्ष, कुलपति,बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय प्रोफेसर एच डी चारण ने विद्यार्थियों को जीवन में मानवीय मूल्यों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया और कहा कि मूल्य शिक्षा जीवन का आधार है यह हमे संबंधपुर्वक जीना सिखाता है।आज की शिक्षा हमे विषय की जानकारी देती है पर दैनिक व्यवहार कैसा होना चाहिए यह नहीं सिखाती। अगर हर व्यक्ति इस कार्यशाला से गुजरे तो समझ की दिशा बढ़ेगी और हम सामाजिक भागीदारी को पहचान पाएंगे।इसके साथ साथ ये रोजगार के क्षेत्र में भी सहायक होती है। इस अवसर पर डीन फैकल्टी ऑफ ह्यूमन वैल्यू एजुकेशन, बीटीयू डॉ अलका स्वामी द्वारा कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए विश्वविद्यालय द्वारा यूएचवी अंतर्गत होने वाली विभिन्न गतिविधियों से रूबरू कराया । कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन के रूप में अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के श्री मोहित श्रीवास्तव ने यूएचवी को लेकर अपने अनुभव विद्यार्थियों के साथ साझा किए और कहा कि विद्यार्थी अगर जीवन मूल्यों को समझ पाए और जी पाए तो ये ही कार्यशाला की सार्थकता होगी। उन्होंने प्रथम दिवस के दोनों सत्रो में मूल्य शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियो का मार्गदर्शन किया। । धन्यवाद ज्ञापन डॉ सरोज लखावत असिस्टेंट डीन ,फैकल्टी ऑफ ह्यूमन वैल्यू एजुकेशन बीटीयू द्वारा किया गया । कार्यक्रम का संचालन डॉ स्वाति भंसाली द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री केसरी चंद पुरोहित कोऑर्डिनेटर यूएचवी बीटीयू ,डॉ अनु शर्मा, गजेंद्र सिंह ,डॉ राजेंद्र बेनीवाल ,रूमा भदोरिया, कपिल शर्मा, अंकित राठी इत्यादि मौजूद थे। कार्यशाला में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा रिसोर्स पर्सन द्वारा विद्यार्थियों की विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।
ज्ञातव्य है की बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा तकनिकी शिक्षा में मानव मूल्यों की अनेको राष्ट्रिय स्तरीय कार्यशालओ का आयोजन किया गया है एवं साथ ही कुलपति प्रो. एच डी चारण के नेतृत्व में सभी सम्बद्ध तकनीकी महाविद्यालयों में सफलातापुर्क लागू किया गया है जिसे सभी दुवारा सराहा गया है ।