बीकानेर। बिनानी कन्या महाविद्यालय में आज राज्यपाल राजस्थान एवं कुलाधिपति महोदय की भावना के अनुसार महाविद्यालय परिसर में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष रामकुमार व्यास ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को साधते हुए महाविद्यालय प्राचार्या व्याख्यातागण एवं विभिन्न संकायवार छात्राओं ने समूहबद्व होकर ऑक्सीजन उपलब्धता के परिवर्द्वन के लिए पीपल,नीम,गुलमोहर,कंडेल,मीठा नीम, अषोक इत्यादि विभिन्न प्रजातियों के वृक्षारोपण कार्य उत्साह के साथ किया। छात्राओं ने वृक्षारोपण करते समय वृक्षों की सुरक्षा का दायित्व लिया और संकल्प लिया कि न सिर्फ महाविद्यालय में बल्कि वे अपने आस-पास के खाली स्थानों पर भी वृक्षारोपण करेंगी और उनका सरंक्षण करेंगी। महाविद्यालय में आयोजित अन्य कार्यक्रम में भक्तिकाल के रामभक्त गोस्वामी तुलसीदास की जंयती के अवसर पर बोलते हुए प्राचार्या डॉ. चित्रा पंचारिया ने कहा कि ‘‘तुलसी सच्चे युग कवि व लोकनाथ कवि थे। जिन्होने दूरदर्षिता के साथ न केवल समकालीन सरोकारो को अपने साहित्य में समन्वित किया बल्कि समाज, मानव संस्कृति सहित “धार्मिक समन्वय” का मार्ग प्रषस्त किया। महाविद्यालय वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. घनष्याम ने छात्राओं को कवि तुलसी को सच्चा जननायक बताते हुए कहा कि ने कालिकाल के वाल्मीकि थे जिन्होने सामाजिक समरसता को साहित्यक सृजन का केन्द्र बनाया वे भारतीय सांस्कृतिक चेतना के सच्चे संवाहक थे। साहित्यिक परिचर्चा के इस क्रम में छात्राओं ने लोकनायक कवि गोस्वामी तुलसीदास के व्यक्तित्व-कृतित्व, साहित्य कर्म, सामाजिक प्रदेय सहित उनकी दार्षनिकता व उनकी सामयिक प्रासंगिकता विषयक विचार व्यक्त किए। इनमें छात्रा श्रुति रंगा, योगिता शेखावत, आरती ओझा, षिवानी किराडू सहित अनेक छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने तुलसी के संकल्पों को आत्मसात करते हुए मानस की चौपाईयों का सस्वर वाचन के साथ-साथ उनके सामाजिक आदर्षों को जीवन में ढालने व लोगों को उनकी समन्वय दृष्टि की समझ का प्रसार करने का संकल्प किया।