बीकानेर, एसपी मेडिकल कॉलेज में पीजी स्टूडेंट्स की जरूरतों का जिक्र करते ही जेहन में उभरती है सीलन भरे, जर्जर कमरे की तस्वीर। कभी लाइट बंद। कभी पाइप लाइन फूट जाना। गर्मी के दिनों में तो डॉक्टर्स को गले में तौलिया डाल नहाने के पानी की मांग करते भी देखा गया है। अब यह तस्वीर बदलने वाली है। सरकार ने नए पीजी हॉस्टल की मंजूरी के साथ ही इसके लिए लगभग 59 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। साथ ही जल्द काम शुरू करने का निर्देश दिया है। मेडिकल कॉलेज ने नए पीजी हॉस्टल के लिए प्राथमिक तौर पर जमीन तय कर ली है। यह टिड्डी क्षेत्र के पास खाली जमीन पर बनेगा। हालांकि पुराने भवन को हटाकर उसी जगह नया हॉस्टल बनाने का प्रस्ताव भी था लेकिन इस जमीन को हॉस्पिटल के विभागों के लिए आगामी समय में उपयोग करने की संभावना है। नए बनने वाले हॉस्टल में 500 कमरे होंगे। सभी सिंगल बेडेड अटैच्ड लेट-बाथ और छोटे किचन सहित होंगे। हालांकि अभी एसपी मेडिकल कॉलेज में लगभग 325 रेजीडेंट डॉक्टर हैं। लगातार बढ़ रही सीटों के चलते यह संख्या भी बढ़ रही है।

हॉस्टल नहीं बना तो मान्यता पर भी संकट
पीजी सीट के अनुपात में हॉस्टल रूम उपलब्ध करवाना नेशनल मेडिकल काउंसिल के प्रावधान में शामिल है। केन्द्र सरकार इसके लिए पीजी सीट बढ़ाने के साथ ही हॉस्टल सहित आधारभूत सुविधाओं का पैसा देती है। इसमें राज्य का हिस्सा भी होता है। आधारभूत सुविधाएं पूरी नहीं होने पर पीजी की बढ़ी सीटों पर मान्यता मिलना मुश्किल हो जाता है।