बीकानेर, लूणकरनसर के ग्रामीण बैंक से पलक झपकते ही लाखों रुपए से भरा बैग गायब करने वाले गिरोह से पुलिस को कई और चोरियों के राज खुलने की उम्मीद है। इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने रिमांड पर पूछताछ शुरू कर दी है। अब तक अलवर के खेड़ली में हुई एक चोरी का राज उगला है, जबकि कुछ और चोरियों का पता चल सकता है। दरअसल, लूणकरणसर कस्बे की ग्रामीण बैंक से रुपए से भरा थैला चोरी करने के मामले में लूणकरणसर पुलिस ने अलवर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर तीन लोगों को गिरफ्तार लूणकरणसर लाई है। थानाधिकारी चन्द्रजीत सिंह ने बताया कि 2 सितंबर को लूणकरणसर की ग्रामीण बैंक के कैशियर एसबीआई से सात लाख रुपए थैले में ग्रामीण बैंक लेकर आया था। बैंक से पीछे लगे अज्ञात चोरों ने ग्रामीण बैंक थैला चोरी कर फरार हो गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों का पीछा करती रही। थानाधिकारी ने बताया- चोरी के आरोप में मध्यप्रदेश निवासी अमन कुमार, नितेश कुमार व शक्तिसिंह को अलवर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लूणकरणसर लाए हैं। सोमवार को न्यायालय में पेशकर चार दिन का रिमांड लिया है। लूणकरनसर और श्रीडूंगरगढ़ में पिछले दिनों हुई चोरियों में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। खासकर श्रीडूंगरगढ़ में ठगी के कई मामले हुए हैं। दो दिन पहले ही एक दुकान से सोने का सामान एक शख्स बातों बातों में उठा ले गया। इसके अलावा ठगी करते हुए रुपए पार करने के आधा दर्जन मामले श्रीडूंगरगढ़ थाने में दर्ज है।

चार-पांच सौ किलोमीटर की दूरी

इस गैंग के सदस्यों की विशेषता है कि एक जगह चोरी या ठगी करने के बाद वहां से कम से कम चार सौ से पांच सौ किलोमीटर दूर चोरी करते हैं। ऐसे में पुलिस आसपास के एरिया में ढूंढती रहती है। चोर दूसरे जिले में घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।