बीकानेर, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रक्षपाल सिंह के सोमवार को तीन वर्षीय कार्यकाल पूर्ण होने पर शैक्षणिक व शैक्षणेत्तर स्टाफ द्वारा विदाई दी गई। राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कलराज मिश्र ने नवीन कुलपति नियुक्त होने तक यहाँ का अतिरिक्त कार्यभार राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस के गर्ग को सौंपे जाने के आदेश जारी किए हैं। इसी क्रम में प्रो गर्ग ने आज सोमवार को कार्यभार ग्रहण किया और कहा की विश्वविद्यालय की समस्त सहयोगी इकाइयों टीम भावना सहयोग व समर्पण के बदौलत ही हम प्रगति के पथ पर अग्रसर होते है। आपसी सामंजस्य के साथ विश्वविद्यालय के कार्यों का निष्पादन सुनिश्चित किया जाएगा। निवर्तमान कुलपति प्रो सिंह ने कहा की विगत तीन वर्षों में उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता कृषि एवं कृषक कल्याण रही। कृषि वैज्ञानिकों के साथ शिक्षण, अनुसंधान और प्रसार कार्यों को गति प्रदान की गई और टीम भावना के साथ कार्य करते हुए विश्वविद्यालय को सर्वोच्च रहने तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। विगत तीन वर्षों के कार्यकाल में कोरोना महामारी के बावजूद खेती की नई तकनीकें को किसानों तक पहुंचाने में भरसक प्रयास किया गया। किसानों की आय दुगनी, पर ड्रॉप मोर क्रॉप अवधारणा, जैविक खेती आदि से किसानों को जागरूक किया गया। प्रो सिंह ने बताया कि प्रदेश के सबसे प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालय होने के नाते यहां पर पूर्ण संसाधन और अवसर उपलब्ध रहे और ऐसे वातावरण में कार्य करना उनका सौभाग्य रहा। अन्य कार्यों के साथ विश्वविद्यालय परिसर की हरियाली, साफ सफाई, उनकी की प्राथमिकता रही। इस अवसर पर उन्होने राजस्थान और विशेषकर बीकानेर में बिताए तीन वर्ष सदा याद रहेंगे। प्रो. रक्षपाल सिंह अगस्त 2019 से विश्वविद्यालय के कुलपति रहे। इस अवसर अधिष्ठाता डॉ आई पी सिंह, डॉ विमला डुंकवाल, निदेशक डॉ पी.एस. शेखावत, डॉ सुभाष चंद्र, डॉ दाताराम, डॉ वीर सिंह, डॉ पी के यादव, डॉ एस आर यादव, डॉ दीपाली धवन, डॉ योगेश शर्मा व ओएसडी इंजी विपिन लड्ढा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के शैक्षणेत्तर कर्मचारी संगठन द्वारा भी विदाई दी गई, जिसमें रतन सिंह शेखावत, राजकुमार चुरा, रतन सिंह राजपुरोहित आदि उपस्थित रहे।