बीकानेर : प्रदेश में हर साल बढ़ रहे नशे की तस्करी के मामले, बीकानेर संभाग में दोगुने हुए, पढ़े खबर

बीकानेर, प्रदेश में नशाखोरी बढ़ रही है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो व सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार नशे के मामले में राजस्थान ने ‘उड़ता पंजाबÓ के नाम से चर्चाओं में आए पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। चिंता की बात यह है कि राज्य के युवा इन तस्करों के निशाने पर है। सबसे ज्यादा बीकानेर संभाग के युवा इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं। पिछले चार साल में गंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर में नशीले पदार्थों के अवैध व्यापार के सर्वाधिक मामले दर्ज हुए हैं। सरहदी इलाकों में नशे की तस्करी के लगातार बढ़ते मामलों से सुरक्षा एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं। इस साल अब तक प्रदेश में 13 हजार 956 तस्करों को पकड़ा गया है। इनसे करीब दो करोड़ से अधिक का मादक पदार्थ जब्त किया गया है। इधर, पुलिस वाहनों से तस्करों की अत्याधुनिक फर्राटा गाडिय़ों का पीछा करने में परेशानी आ रही है। करीब दो साल पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के महानिदेशक को लिखे पत्र में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा) ने माना था कि राजस्थान पुलिस के मुकाबले तस्करों के पास उन्नत श्रेणी के वाहन हैं। मादक पदार्थों की तस्करी के लिए तस्कर तेज गति वाले वाहनों के नवीनतम मॉडल का इस्तेमाल करते हैं। पुलिस वाहनों से इनका पीछा करने में कई बार परेशानी आती है। इसके बावजूद अब तक पुलिस बेड़े के वाहनों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।

पहले नशे की लत, फिर बन रहे पैडलर

युवाओं को पहले नशे की लत घेर रही है और उसके बाद वे धीरे-धीरे पैडलर बन रहे हैं। इससे अन्य अपराध भी बढ़ रहे हैं। जितने भी तस्कर पकड़े गए हैं उनमें ज्यादातर युवा हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर गांव-ढाणी तक नशे की घुसपैठ हो चुकी है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक देश के 272 जिलों में नशाखोरी काफी बढ़ गई है। यूपी और राजस्थान पहले नंबर पर वहीं पंजाब दूसरे और मध्य प्रदेश तीसरे नंबर पर है।

नशे की ओवर डोज से अकाल मौत

संभाग में करीब 20 युवाओं की नशे की ओवर डोज से मौत होने के मामले सामने आ चुके हैं। जिन युवाओं की नशे की ओवर डोज से मौत हुई, उनके परिवार के सदस्य अपना दर्द किसी को बता भी नहीं सकते। प्रदेश के हरियाणा और पंजाब से सटे इलाकों में नशे ने युवा वर्ग को अपने चंगुल में फंसा रखा है। इसी नशे का शिकार होकर युवा आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पिछले साल दिसंबर में हनुमानगढ़ जिले में एक नाबालिग लड़के ने नशे में कुल्हाड़ी से वारकर माता-पिता और भाई की हत्या कर दी थी।

राजस्थान से गुजरात तक हो रही एमडी ड्रग्स की तस्करी

राज्य में नशे के नए रूप एमडी की भी तस्करी हो रही है। प्रतापगढ़ और सांचौर के तस्कर गुजरात में तस्करी के जरिए एमडी ड्रग्स (मिथाइलीनडाईऑक्सी मैथाम्फेटामाइन) की सप्लाई का धंधा कर रहे हैं। दो महीने पहले अहमदाबाद पुलिस ने ऐसे दो तस्करों की पहचान की थी। गुजरात पुलिस की जांच में पता चला कि मादक पदार्थ के बड़े डीलर और सप्लायर राजस्थान के हैं। बीकानेर संभाग में वर्ष 2021 में जहां 140 ग्राम एमडीएमए पकड़ा गया, वहीं 2022 में अगस्त माह तक ही 151.08 ग्राम एमडीएमए जब्त हो चुका है।

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