बीकानेर, कलेक्ट्रेट पर शुक्रवार काे भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने हाे गए, लेकिन सीनियर लीडर्स की सूझबूझ से टकराव टल गया। महंगाई के विराेध में कांग्रेस कार्यकर्ता सादुल सिंह सर्किल से कलेक्ट्रेट परिसर में गिरफ्तारी देने पहुंचे जहां पहले से मेयर सुशीला कंवर का अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट में मेयर के धरने काे देख प्रधान मंत्री नरेन्द्र माेदी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। जवाब में भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं ने साेनिया गांधी मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इससे माहाैल गर्मा गया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलाेत, श्रीलाल व्यास, कन्हैयालाल कल्ला, रामगाेपाल सुथार, डाॅ. सत्यप्रकाश आचार्य और गुमान सिंह राजपुरोहित ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं काे शांत कराया। नारेबाजी के बाद कांग्रेस के 90 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारियां दी। प्रदर्शन में मदन मेघवाल, कन्हैयालाल झंवर, मकसूद अहमद, हारुन राठाैड़, सुनीता गाैड़, राजकुमार व्यास, चेतना चाैधरी, आनंद सिंह साेढ़ा, जियाउर रहमान, माशूक अहमद, मुकेश राजस्थानी, सुमित कोचर, आनंद सिंह आदि शामिल थे।

मेयर के धरने पर शुरू हुई सियासत

नगर निगम कमिश्नर को हटाने के लिए कलेक्ट्रेट पर मेयर का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। मेयर समर्थकों ने धरने पर भीड़ जुटाने की कवायद शुरू कर दी है। शुक्रवार काे बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण भी नजर आए। मेयर सुशीला कंवर ने साफ कहा है कि जब तक कमिश्नर काे हटाया नहीं जाएगा धरना जारी रहेगा। कमिश्नर के हटने के बाद ही वे अपने घर जाएंगी। धरने पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डाॅ. सत्य प्रकाश आचार्य, महामंत्री माेहन सुराना, राष्ट्रीय परिषद सदस्य विजय आचार्य, सभी मंडल अध्यक्ष, 30 से ज्यादा पार्षदाें माैजूद रहे। धरने काे पार्टी के भीतर ही पूर्व विधानसभा क्षेत्र की सियासत से भी जाेड़कर देखा जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष सहित कई नेता धरने से दूरी बनाए हुए हैं।

INSIGHT-आयुक्त को हटाने की कवायद

नगर निगम कमिश्नर गाेपालराम बिरदा काे हटाने के लिए गुरुवार की शाम बनी रणनीति पूरी हाेने से पहले ही बिखर गई। सीएमओ से आए एक फाेन के बाद जिले के अधिकारी इस मामले में अब कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। दरअसल जब मेयर डीसी नीरज के पवन को गुरुवार को ज्ञापन देने गई तो डीसी ने स्वायत्त शासन सचिव जोगाराम से दूरभाष पर बात की। कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल से भी बात की। तय हुआ कि बिरदा को छुट्‌टी पर भेजकर दूसरे अधिकारी को चार्ज दिया जाए। एडीएम प्रशासन ओमप्रकाश को आदेश जारी करने के लिए कहा। वे रात नौ बजे तक ऑफिस रहे। खबर आई कि डीसी के पास सीएमओ से फाेन आया फिर काेई आदेश जारी नहीं हुए। अब अधिकारी ये कहकर बच रहे कि बिरदा काे जयपुर तलब किया गया।