बीकानेर. पुलिस महानिदेशक को अपना खास परिचित बताकर पुलिस में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। नागौर के मिठड़ी हालपता जयपुर रोड निवासी सुनील कुमार पुत्र भंवरलाल कड़वासरा ने नयाशहर थाने में मामला दर्ज कराया है। घटना करीब चार महीने पहले की है नयाशहर पुलिस के अनुसार पीडि़त ने कोलायत के दासोड़ी निवासी बीएसएफ 185 बटालियन के कर्मचारी प्रीतदान पुत्र रामदान रतनू, हरपाल मांडया, आसुसिंह, राकेश भौमिक उर्फ पियूष अग्रवाल व दिलीप के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। प्रीतदान की पोस्टिंग हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में थी। उसने रिपोर्ट में बताया कि 10 अप्रेल 2022 को जैसलमेर रोड िस्थत जाट धर्मशाला के पास आरोपी प्रीतदान से मुलाकात हुई। आरोपी ने कहा वह बीएसएफ में है और कमांडेंट का खास है। पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर से अचछी जान-पहचान है। पुलिस में नौकरी लगना हो, तो बता देता। पीडि़त ने बताया कि वह आरोपी की चिकनी-चुपड़ी बातों केझांसे में आ गया। पीडि़त ने अपने जीजा पवन सारण की नौकरी के लिए भी बात की। तब आरोपी प्रीतदान ने हरिराम मांडवा से बात कराई। इसके बाद प्रीतदान और हरिराम ने इस काम के लिए आठ लाख रुपए मांगे।

मोबाइल नंबर पर मंगवाए पैसे

पीडि़त ने बताया कि आरोपियों ने कुछ मोबाइल नंबर दिए। पीडि़त ने खुद और अपने रिश्तेदारों व परिचितों से तीन, चार, सात व आठ, 13 व 17 जुलाई, 2022 को अलग-अलग मोबाइल नंबरों पर डिजिटल पेमेंट के माध्यम से पांच लाख 62 हजार 900 रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद आरोपी को नौकरी लगवाने का कहा, तो आरोपी ने और रुपयों की मांग की। बाद में वह टालमटोल करने लगा। कुछ दिनों बाद जब काम न हो पाने की स्थिति में पैसे मांगे, तो आरोपी भड़क गया और कहा कि अपने पैस भूल जाओ। तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। इसके बाद उसने फोन अटैंड करना भी बंद कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।