बीकानेर : टूटी रेलिंग, बास्केटबॉल कोर्ट में नाली के ऊपर लगी लोहे की जाली ही गायब। शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा, पढ़े खबर

बीकानेर। यह कहीं और की तस्वीर नहीं, शहर के सबसे बड़े खेल मैदान डॉ. करणीसिंह स्टेडियम का जीता-जागता हाल है। यहां के हालात यह हैं कि खिलाड़ी सही ढंग से अभ्यास भी नहीं कर सकते हैं। बीच में घास का मैदान तो है। खिलाड़ी दौड़ लगाने भी आते हैं, लेकिन थोड़ा चलते ही बीच मैदान मिलने वाला कीचड़ उनका रास्ता रोक लेता है। विभिन्न खेलों के कोर्ट भी बने हैं, लेकिन वहां की स्थिति भी इससे जुदा नहीं हैं। कहीं पर गेट के आगे ही कंटीली झाड़ियां लगी हैं, तो जगह-जगह से टूटा होने की वजह से भी यहां पर अभ्यास करना खुद को जख्मी करने की दावत देता नजर आता है। खिलाड़ी अभ्यास करें, तो कहा करें। कुल मिला कर कहें, तो इस समय हालात यह हैं कि यहां गिनती के ही युवा अभ्यास करने आते हैं। जबकि एक समय यह स्टेडियम खिलाडि़यों से गुलजार रहता था। उसमें कई क्लबों के खिलाड़ी भी शामिल थे।

न कैमरे न सुरक्षाकर्मी

सुरक्षा की बात करें, तो मुख्य बिल्डिंग के आसपास तो जरूर कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन मैदान और पीछे की तरफ न कोई कैमरा लगा है और न ही कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद है। ऐसे में आए दिन कभी जाली, तो कभी कोई सामान गायब हो जाता है। खेलप्रेमी समय-समय पर शिकायतें भी करते हैं, लेकिन किसी के कान पर जूं नहीं रेंगती।

दर्शक दीर्घा में लगी रेलिंग ही गायब
स्टेडियम परिसर के बीच बने मैदान के चारों तरफ दर्शक दीर्घा में जालीदार रेलिंग लगी हुई है, लेकिन कुछ दिन पहले यहां की रेलिंग ही गायब हो गई। इसको लेकर जिला क्रीड़ा परिषद की ओर से प्रशासन को भी अवगत करवाया गया था। वैसे कुछ रेलिंग पुरानी होने की वजह से भी गिर चुकी है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जरूरी

राजस्थान बास्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान दानवीर सिंह भाटी बताते हैं कि संभाग का सबसे बड़ा खेल मैदान होने के बावजूद यहां पर सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति ही नहीं हुई। लिहाजा, यहां चोरी की वारदातें व असामाजिक तत्वों को रोक पाना असंभव है। कई नेताओं और बड़े अधिकारियों को ज्ञापन देकर अवगत भी करवाया जा चुका है। फर्क पड़ा। कई दिनों तक पुलिस गश्त भी रही, लेकिन बाद में गश्त बंद हो गई और स्थित पहले जैसी हो गई। बास्केटबॉल कोच दिलीप बिश्नोई ने बताया कि यहां बने बास्केटबॉल कोर्ट में रोजाना बच्चों को अभ्यास करवाने आता हूं, लेकिन यहां पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इनको यहां से हटने को कहते हैं, तो झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। नाली पर लगी जालियां गायब होना व लाइट के खम्भों में तोड़फोड़ तो आम बात है।

पुलिस चौकी खोलने की मांग

स्टेडियम की सुरक्षा को लेकर पुलिस चौकी खोलने के लिए जिला प्रशासन को मांग पत्र लिखा गया है। इसके अलावा यहां पर मल्टी परपज स्टेडियम का काम चल रहा है। उसके शुरू होने से स्टेडियम परिसर में चहल-पहल रहेगी, ऐसी उम्मीद है।

 

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