बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने सोमवार को विभिन्न विभागों के कार्यों और बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में यूरिया , डीएपी सहित अन्य उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने के लिए कृषि विभाग सघन जांच अभियान चलाएं । खाजूवाला और छतरगढ़ में विशेष ध्यान दिया जाए । किसी भी स्थिति में उर्वरकों की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आदान विक्रेताओं के गोदाम नियमित रूप से चेक किए जाएं , यदि निर्धारित से अधिक स्टॉक पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई अमल में लाएं।
जिला कलक्टर ने कहा कि माटी परियोजना के द्वितीय चरण में चयनित 25 गांव के किसानों को पशुधन के लिए बैंकों द्वारा ऋण लेने के लिए प्रेरित करें और उनसे आवेदन लें । इस कार्य को प्राथमिकता पर रखें। जिला कलक्टर ने रसद, शिक्षा, सांख्यिकी, खनन, उद्योग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सहित विभिन्न विभागों के कार्य की प्रगति की समीक्षा की।सहकारिता विभाग के काम की समीक्षा करते हुए भगवती प्रसाद ने कहा कि विभाग लक्षित जीएसएस बनाए जाने के कार्य में तेजी लाएं। साथ ही ऋण वितरण कार्य भी सुचारू रूप से संपादित किया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि आम लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत सतत और बड़ी कार्यवाही की जाए। आगामी त्योहारों के मद्देनजर यह कार्यवाही अधिक अहम है। उन्होंने सेंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए और कहा कि मुखबिर तंत्र को मजबूत करें जिससे व्यापक तौर पर कार्रवाई की जा सके। जिला कलक्टर ने खनन विभाग की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिप्सम का अवैध खनन को बंद हो इसके लिए लक्ष्य के अनुसार खनन विभाग नियमित पट्टे जारी करें । जिला कलक्टर ने बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी विभाग में बजट घोषणाओं से जुड़ी किसी योजना के लिए जमीन आवंटन का कार्य बकाया है तो इसे प्राथमिकता से करवाएं। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग उपनिदेशक शारदा चौधरी, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा, सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार, आईटी विभाग के संयुक्त निदेशक सत्येंद्र सिंह, अधीक्षण अभियंता यूआईटी सुरेश बेनीवाल, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) सुरेंद्र सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।