बीकानेर। शहर में जमीनों की बढ़ती कीमतों के बीच सरकारी जमीन पर कॉलोनी बनाकर बेचने का मामला सामने आया है। इस मामले में बीछवाल थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
अंबेडकर कॉलोनी निवासी इंद्रा शर्मा पत्नी उमाशंकर उपाध्याय ने पुलिस में शिकायत दी है कि करमीसर क्षेत्र की एक सरकारी जमीन को निजी कृषि भूमि बताकर उसे तीन प्लॉट बेचे गए। इन प्लॉट्स की पहचान ए-10, ए-16 और ए-17 के रूप में की गई है। आरोपियों ने इन प्लॉट्स की बिक्री के लिए कुल 6.5 लाख रुपये वसूले और 14 फरवरी को जमीन की रजिस्ट्री करवाई।
शिकायतकर्ता को बाद में पता चला कि बेची गई जमीन सरकारी है और इसे निजी जमीन बताकर उसे ठगा गया है। इस धोखाधड़ी के लिए चार लोगों को नामजद किया गया है: प्रदीप अग्रवाल (निवासी सुभाषपुरा), जाकिर हुसैन (निवासी घड़सीसर), पूनम कुमावत और दीपक कुमावत (दोनों निवासी अंबेडकर कॉलोनी)।
पुलिस रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस मामले में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े अन्य लोगों के नाम जांच के दौरान सामने आ सकते हैं। हालांकि, फिलहाल सिर्फ चार नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बीछवाल पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी जमीनों की हेराफेरी कर लोगों को फंसाने के लिए संगठित तरीके से काम कर रहे थे। पुलिस अन्य पीड़ितों का पता लगाने और आरोपी नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में जुटी है।
यह मामला बीकानेर में जमीन से जुड़े धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करता है। ऐसे में प्रशासन को सतर्क रहने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।