अजमेर, में एक महिला की मदद के बहाने जान पहचान बढाकर लाखों रुपए नकद व जेवरात हड़पने के आरोपी बैंककर्मी को आदर्श नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित महिला ने आरोपी को यह राशि खुद व बड़ी बहन के जेवर गिरवी रखकर दी। बाद में आरोपी कार्मिक ने पैसे देने से मना कर दिया और ब्लैकमेल कर धमकाने लगा। इस पर मामला दर्ज कराया। nआदर्श नगर थाना प्रभारी सुगनसिंह ने बताया कि राधास्वामी चौराहा ईसाई मौहल्ला भगवानगंज निवासी योगेश कुमार पुत्र नवल किशोर जाटव (31) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बैंक ऑफ बडौदा में संविदा पर लगे होने से आने वाले ग्राहकों विशेष तौर पर महिलाओं को बैंक सम्बंधी कार्य में मदद का बहाना बनाकर उनके मोबाईल नम्बर प्राप्त कर लेता था और बाद में उनसे दोस्ती कर अपनी बातों में फंसाकर रुपए एवं जेवर लेता था। यह राशि अपने शौक पर खर्च करता था जिसमें नई गाड़ियां लाना व दोस्तो के साथ नशा करना आदि में खर्च कर देता था।
यह था मामला
विज्ञान नगर, आदर्श नगर अजमेर निवासी मीरा रावत पत्नी महेन्द्र सिंह रावत ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसका बेटा सेंट पाल स्कूल, अलवर गेट में पढता है, जिसकी प्रत्येक माह फीस बैंक आफ बडौदा, मेयो लिंक रोड ब्रांच में जमा होती है। उसका पति अजमेर में बाहर डयूटी पर तैनात है और वह कम पढ़ी-लिखी है। ऐसे में कईं बार अन्य लोगों की मदद लेनी पड़ती है। वर्ष 2018 में जब अपने बच्चे की फीस भरने बैंक आफ बडौदा, मेयों लिक रोड ब्रांच में गई तो वहां पर फीस जमा कराने के फार्म भरने को लेकर कार्मिक योगेश से उसकी मुलाकात हुई और उसने मदद की। इसके बाद उसने जान पहचान बढ़ा ली। कुछ माह बाद ही योगेश ने बताया कि बहन की शादी के लिए करीब तीन लाख रुपए उधार हो गए और मदद मांगी। इसके बाद जुलाई, 2019 अपना सारा गोल्ड जिसमें एक सोने का मंगलसूत्र वजन 4.1 ग्राम, एक सोने की अंगूठी वजन 4.4 ग्राम एक सोने की राजपूती वजन 12.2 ग्राम व एक सोने की राजपूती वजन 25.5 ग्राम एवं एक सोने का लेकलेस वजन 34.6 ग्राम थे, योगेश के कहने पर उसे अपना समस्त गोल्ड एक-दो माह के लिए गिरवी रखने के लिए दे दिया। जिसे योगेश ने बजाज फाइनेन्स केसरगंज, अजमेर में गिरवी रख नगद रकम प्राप्त की। बाद में योगेश ने और पैसों की मांग की तो उसकी बड़ी बहन ने भी जेवर दे दिए। यह भी गिरवी रखकर दो लाख रुपए ले लिए। इसके बाद कभी एक लाख तो कभी दो लाख, ऐसे करते करते कुल साढे़ सात लाख रुपए ले लिए। इसके बाद योगेश ने पति को बताने व समाज में नीचा दिखाने की धमकी देकर ब्लैक मेल करते हुए और पैसे मांगने लगा। जब उसके पास देने के लिए कुछ नहीं बचा तो मजबूरन अपने जान-पहचान वाले से अपनी गारन्टी पर लोन राशि दिलवाना शुरू कर दिया। आखिरकार सहन से बाहर हुआ और पति को सारी बात बताई। इस पर फरवरी 2021 में मामला दर्ज कराया। 11 फरवरी 2021 को थाने में समझौता हुआ जिसके तहत यह लिख कर दिया कि वह 11 माह कि अवधि में केवल दो लाख पच्चास हजार रुपए की राशि ही अदा करेगा और 6 माह की अवधि में गोल्ड जो उसने गिरवी रखा था, को छुडवा कर हम बहनों को सुपुर्द करेगा। बाद में वह मुकर गया। लेकिन इसके बाद खुद ही पैसों की व्यवस्था कर गोल्ड छुड़वाया। जिसके चलते योगेश पर सात लाख छह हजार बकाया हो गए। पैसे की मांग करने पर उसे व उसके पति को जान से मरवाने के लिए आज भी धमकिया देता है। अत: कार्रवाई की जाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।