बीकानेर। पांच दिन पहले हुई विवाहिता रुकमा की मौत के मामले में परिजनों ने ससुराल पक्ष पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। उन्होंने हत्या का मामला दर्ज कराते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर धरना दिया। इसके बाद महाजन पुलिस ने पांच दिन पहले दफनाए शव को बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम कराया। बाद में लूणकरनसर एसडीएम व पुलिस वृत्ताधिकारी के आश्वासन के बाद परिजन माने और धरना समाप्त किया। रुकमा की शादी 15 साल पहले साबणिया गांव निवासी राजूराम मेघवाल के साथ हुई थी। सात अगस्त को रुकमा की मौत हो गई। सूचना पर मृतका के पिता हनुमानगढ़ जिले के 36 एनडीआर पंडि़तावाली निवासी टीकूराम परिजन के साथ गांव पहुंचे। टीकूराम ने बेटी रुकमा के ससुराल पक्ष पर उसे जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। शादी के बाद से ससुर फरसा राम, सास जस्सी देवी व पति राजूराम दहेज कम लाने की बात को लेकर परेशान कर रहे थे। पुलिस ने पिता की रिपोर्ट पर सास, ससुर व पति के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आश्वासन के बाद हुए राजी
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन महाजन सीएचसी की मोर्चरी के आगे धरने पर बैठ गए। गिरफ्तारी नहीं होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। लूणकरनसर एसडीएम व पुलिस वृत्ताधिकारी धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों व परिजन से समझाइश की। करीब चार घंटे धरना-प्रदर्शन के बाद एसडीएम व सीओ के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के आश्वासन के बाद वे माने और शव उठाने को राजी हुए।