श्रीडूंगरगढ़ के सातलेरा गांव के पास बुधवार देर रात को एक ट्रेलर व ट्रक की आमने-सामने भिड़ंत के बाद आग लई गई, जिससे ट्रेलर सवार दो जनों की मौत हो गई। ट्रेलर के केबिन में फंसे दो लोग काफी देर क्रंदन करते रहे, लेकिन प्रचंड आग के चलते आसपास मौजूद ग्रामीण बेबस खड़े देखते रहे लेकिन कुछ कर नहीं पाए। ट्रक चालक भी घायल हुआ है, जिसे बमुश्किल निकाल कर पीबीएम अस्पताल भिजवाया गया।
श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि ट्रेलर बजरी लेकर रतनगढ़ की तरफ जा रहा था। वहीं कंकरीट से भरा ट्रक श्रीडूंगरगढ़ की तरफ आ रहा था। हादसे के बाद दोनों वाहनों के केबिन में आग लग गई, जिससे ट्रेलर चालक लूणकरनसर तहसील के डूडीवाली निवासी हनुमानराम पुत्र गोविंदराम जाट एवं खलासी राजूराम पुत्र मुखराम जाट की मौत हो गई। वहीं ट्रक चालक बेगाराम पूनिया घायल हो गया। इस संबंध में करमीसर निवासी सहीराम पुत्र कुंभाराम जाट की रिपोर्ट पर ट्रक चालक के खिलाफ लापरवाही व तेजगति से ट्रक चलाकर दुर्घटना कारित करने का मामला दर्ज किया गया है।
बमुश्किल से आग पर पाया काबू
हादसे के बाद सातलेरा के ग्रामीणों, आपणो गांव श्रीडूंगरगढ़ सेवा समिति के सेवादारों, समिति के फायर फाइटर वाहन, नगरपालिका की दमकल और गांव के टैंकरो की मदद से दो घण्टे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। हादसे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-11 पर जाम लग गया। करीब दो घंटे बाद क्षतिग्रस्त वाहनों को जेसीबी की मदद से राजमार्ग से हटवा कर यातायात सुचारु करवाया गया।
कुछ देर आई आवाजें…बाद में सब शांत
प्रत्यक्षदर्शी सातलेरा गांव निवासी ओम राणावत के मुताबिक, बुधवार रात को वह खाकी धोरा से गांव जाने के लिए निकला था। करीब पौने ग्यारह बजे बजरी से भरा ट्रेलर ओवरटेक करते हुए निकला। कुछ मिनट बाद ही जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। वहां पहुंचा। ट्रेलर व ट्रक भिड़े हुए थे। ट्रेलर का केबिन आग से घिरा था, आग की ऊंची लपटें उठ रही थी। डीजल टंकी फटने से धमाके की आवाज भी हुई। कुछ मिनटों तक ट्रेलर से चीखने की आवाजें आ रही थी लेकिन बाद में सब शांत हो गया। कुछ समझ नहीं आ रहा था। राजमार्ग से गुजर रहे वाहनों को रोका, ग्रामीणों को बुलाया और मदद में जुट गया। गांव से पानी के टैंकर बुलाए। नेमाराम जाखड़ पानी का टैंकर लेकर आया।एएसआई ईश्वरसिंह सहित पुलिस के जवान, सेवा समिति के सेवादार व ग्रामीण मिलकर ट्रेलर में फंसे लोगों को निकालने में लगे हुए थे। बाद में जेसीबी मशीन को बुलाया। जैसे तैसे खलासी को निकाल कर निजी वाहन से अस्पताल भेजा लेकिन उसने बीच रास्ते ही दम तोड़ दिया। जेसीबी मशीन से ट्रेलर का केबिन तोड़कर चालक को भी बाहर निकाला गया लेकिन तब तक उसकी भी मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंचे ग्रामीण जितेंद्र सिंह राठौड़, सहीराम भुंवाल, गौरीशंकर तावनिया, बजरंगलाल सारस्वत, कुंभाराम आदि ने भी आग पर काबू पाने में सहयोग किया।