बीकानेर, निगम के आसपास का क्षेत्र ही नहीं निगम से दाे किलाेमीटर एरिया में हर गली-सड़क पर कमाेबेस यही हालात हैं। वजह, जूनागढ़ के सामने 300 फीट लंबी सीवरेज जाम होना। जूनागढ़ के सामने खुदाई हाे चुकी। लेकिन सीवरेज दुरुस्त नहीं हाे रही। हालात ये हाे गए कि निचले इलाके में सीवरेज से लाेगाें के घराें में सीलन आने लगी। पुरानी गिन्नाणी, हनुमान हत्था, धाेबीधाेरा, चाैतीना कुआं, कुचीलपुरा से लेकर रोशनीघर चौराहे तक यही हालात हैं। इससे 3000 परिवार प्रभावित हैं। जूनागढ़ के सामने 300 फीट जाम सीवरेज काे साफ करने में निगम काे तीन महीने लग गए लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ। हैरान करने वाली बात है कि मानसून के पूरे सीजन में सीवरेज जाम हाेने से परेशानी दाेगुनी हाे गई।
निगम आयुक्त बोले- जल्द पूरा होगा काम
सीवरेज का सिस्टम ठेकेदार के पास है। पहले पता नहीं लगा कि समस्या कहां है। बारिश के कारण ज्यादा दिक्कत हाे गई क्याेंकि पानी निकालने के लिए लाेगाें ने सीवरेज के ढक्कन खाेल दिए। अब जल्दी ही काम पूरा हाेगा।– गाेपालराम विरदा, निगम आयुक्त
धोबीधोरा, गिन्नाणी में सांस लेना तक मुश्किल
- धाेबीधाेरा में बजरंग व्यास के घर के सामने सीवरेज का ढक्कन है। एक महीने से ऐसे पानी बह रहा जैसे बरसात में नाला बहता है। पानी आगे चौराहे पर जमा हो रहा। उसकी वजह से आसपास के लोग दुर्गंध के कारण ठीक से सांस तक नहीं ले पा रहे।
- नगर निगम गेट के ठीक सामने हनुमान हत्था की ओर जाने वाली सड़क पर एक महीने से पानी भरा हुआ है। निगम रोज 500 से ज्यादा लाेग आते हैं।पास में दुकानें हैं। सीवरेज के पानी से आए दिन लोग यहां फिसलकर गिरते हैं। ये पानी सीवरेज से निकलकर बाहर आ रहा है।
- पुरानी गिन्नाणी के माताजी मंदिर से हनुमान मंदिर के बीच की सड़क पर पिछले डेढ़ महीने से कीचड़ पसरा हुआ है। क्योंकि यहां सीवरेज का पानी लोगों के घरों तक घुस गया था। दो सप्ताह पहले तो सड़क पर दो फीट तक सीवरेज का पानी भर गया।
निगम की वे-ऑफ-वर्किंग: 1 महीने अनदेखी की, 15 दिन असमंजस में बीते
मई में सीवरेज जाम हुई थी लेकिन नगर निगम इसे इग्नोर करता रहा। जून में जब प्री-मानसून की बारिश हुई ताे पता लगा कि जूनागढ़ के सामने 300 फीट लंबी सीवरेज में सिल्ट जमा है। उसके बाद 15 दिन तक निगम और ठेकेदार ये तय नहीं कर पाए कि नई लाइन डाली जाए या पुरानी लाइन काे दुरुस्त करें। इस चक्कर में पुरानी लाइन की सफाई में जुटे रहे। जब पार नहीं पड़ी तब दाे सप्ताह पहले पुरानी लाइन के पाइप बदलने का निर्णय हुअा। अब पाइप डाले जा रहे हैं। ठेकेदार का कहना है कि अब चार से पांच दिन में लाइन क्लियर हो जाएगी।
फिलहाल स्थिति : फिलहाल जूनागढ़ के सामने 300 फीट लंबे नए पाइप डाले जा रहे हैं। खुदाई हो चुकी है। सीवरेज में पीछे से आ रहे गंदे पानी काे पंपिंग करके बाहर नाले में छाेड़ा जा रहा है। ताकि लोगों के घरों तक सीवरेज का पानी ना जाए। नगर निगम ने पब्लिक की समस्या को शुरुआती दिनों में इग्नोर किया। अगर उसी वक्त इसे गंभीरता से लिया जाता तो पूरे मानसून सीजन में सड़कों से लेकर गलियाें में यूं सीवरेज चैंबर ओवरफ्लाे नहीं हाेते। धैर्यवान है शहर की जनता जो 90 दिनाें से गंदे पानी के बीच रह रही है। हैरानी की बात ये है कि सीवरेज की समस्या से जूझ रहे चार वार्डाें पार्षद अलग-अलग ताे शिकायत करने गए लेकिन ना ताे सामूहिक प्रयास नहीं किया और ना ही पब्लिक निगम के खिलाफ एकजुट हुई।