बीकानेर, शहर की सड़कें खुदी पड़ी हैं। सबसे व्यस्ततम 21 सड़कों पर ही 239 गड़्ढे हैं। चौकाने वाली बात यह है कि ये रिपोर्ट सरकार के उन 16 पटवारियों ने पेश की है जिन्हें यहां ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। शहर की जनता मानसून के पहले से सड़कों की बदहाल हालत से परेशान है। मुख्य सड़कें टूटी पड़ी हैं और उनमें हुए गड्ढों से दुपहिया वाहन चालकों का गुजरना मुश्किल हो रहा है। हकीकत जानने के लिए प्रशासन ने 16 प्रशिक्षु पटवारियों की आठ टीमों से शहर की व्यस्ततम सड़कों का सर्वे कराया। इन टीमों ने छह दिनों तक चिह्नित 21 सड़कों के चप्पे-चप्पे को खंगाला तो चौकाने वाले परिणाम मिले। पांच सड़कें तो ऐसी हैं जो पूरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं। 21 सड़कों पर 239 गड्ढे हैं और दुपहिया वाहन चालक इनमें से गुजरने को मजबूर हैं। जूनागढ़ से सूरसागर स्कूल की ओर से जाने वाला मार्ग ही बंद पड़ा है। हैरत की बात यह है कि नगर निगम और यूआईटी ने इन सड़कों की मरम्मत के लिए अब तक कोई सर्वे नहीं कराया। जबकि पीडब्ल्यूडी ने अपनी सड़काें की मरम्मत पर 9.21 कराेड़ रुपए खर्च करने की योजना बनाई है।
जर्जर सड़कों के लिए जिम्मेदार…पीडब्ल्यूडी, नगर निगम व यूआईटी
ये पांच सड़कें पूरी खराब
1. जस्सूसर गेट से एमएम ग्राउंड
2. जेएनवीसी में आरएसवी स्कूल से हेमू कालाणी चौराहे होते डूंगर लॉ कॉलेज
3. एसबीआई पीपी ब्रांच से करणी सिंह स्टेडियम
4. पटेल नगर पशु चिकित्सालय से संस्कार प्ले स्कूल बल्लभ गार्डन
5.करमीसर फांटा से अग्निशमन केन्द्र मुरलीधर कॉलोनी